लखनऊ : 03 नवम्बर, 2025 : इंटीग्रल यूनिवर्सिटी, लखनऊ ने अपने इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के लेक्चरर तुषार वर्मा को इंजीनियरिंग में पीएच.डी. की उपाधि प्रदान की है। श्री वर्मा ने अपना शोध कार्य “डिज़ाइन इम्प्रूवमेंट इन इंटेलीजेंट कार्डियक कंट्रोलर यूसिंग बायो-इंस्पायर्ड ऑप्टिमाइज़ेशन टेक्नीक“ विषय पर पूरा किया है। यह शोध कार्य उन्होंने डॉ. सैयद हसन सईद एवं डॉ. अखिलेश कुमार मिश्रा के संयुक्त निर्देशन में सम्पन्न किया। इंटीग्रल यूनिवर्सिटी परिवार ने तुषार वर्मा की इस शैक्षणिक उपलब्धि पर उन्हें बधाई दी है और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
लखनऊ । ‘हेरिटेज ऑफ अवध‘ नामक ट्रस्ट द्वारा एक नाटक ‘दरवाज़े खोल दा‘ का मंचन इंटीग्रल युनिवर्सिटी,कुर्सी रोड,लखनऊ में किया गया । जिसमें विभिन्न किरदारों ने अपनी कला से र्दशकों को लगातार नाटक से जोड़े रखा । देश में करोड़ो लोग रोज़ी-रोटी की तलाश में एक शहर से दूसरे शहर में जाते रहते है । इस दौरान जो सबसे बड़ी समस्या से सबको गुज़रना पड़ता है वह है सही किराये में और सही जगह पर एक अदद मकान की । जिसमें वह व्यक्ति अपने परिवार के साथ सुकून से रह सके । इसी किराये के मकान की तलाश में आने वाली दिक्कतों को इस नाटक में अच्छी तरह से दिखाया गया है । नाटक में कई मकानों के मालिक गुरुदत्त पांडे ने रामदयाल के रुप में अच्छा प्रदर्शन किया जिसमें वह किरायेदारों के इंटरव्यू लेते दिखते हैं और किसी न किसी वजह से वह किसी को भी मकान नहीं देते हैं । किरायेदारों के रुप में कई परिवार रामदयाल से मकान लेने आते हैं जिसमें मुख्य रुप से पहले किरायेदार कृपा राम भारद्वाज व उनकी पत्नी सावित्री देवी नकली नाम से आते हैं लेकिन जब उनकी असलियत पता लगती है कि वह मुसलमान हैं तो पंडित रामदयाल काफी नाराज़ होकर उनको घर से भगा देते है। ...