लखनऊ, 20 — मौलाना आज़ाद मेमोरियल अकादमी, लखनऊ तथा स्टेट तकमील-उत-तिब्ब कॉलेज एंड हॉस्पिटल के सहयोग से भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी की जन्म शताब्दी के अवसर पर “स्वस्थ नागरिक, स्वस्थ भारत — अटल बिहारी वाजपेयी के विचारों के आलोक में” विषय पर एक संगोष्ठी के साथ-साथ चिकित्सा जागरूकता शिविर का आयोजन मौलाना आज़ाद मेमोरियल अकादमी, औरंगाबाद खालसा, लखनऊ के प्रांगण में किया गया।
संगोष्ठी का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि अकादमी के महासचिव डॉ. अब्दुल क़ुद्दूस हाशमी नेभारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वाजपेयी जी का मानना था कि किसी भी राष्ट्र की वास्तविक शक्ति उसके स्वस्थ नागरिक होते हैं। राष्ट्रीय विकास तभी मजबूत हो सकता है जब जनता शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ हो। डॉ. हाशमी ने कहा कि वाजपेयी जी सदैव जनस्वास्थ्य, प्रदूषण-मुक्त वातावरण, बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं तथा रोग-निवारण पर विशेष बल देते रहे। उन्होंने कहा कि “स्वस्थ नागरिक ही स्वस्थ भारत की बुनियाद हैं” — यही उनकी समग्र सोच की सशक्त अभिव्यक्ति है, जिसमें प्रत्येक व्यक्ति के स्वास्थ्य को राष्ट्रीय प्राथमिकता माना गया है।
स्टेट तकमील-उत-तिब्ब कॉलेज एंड हॉस्पिटल की प्रभारी प्रोफेसर सफ़िया लोखंडे ने चिकित्सा जागरूकता शिविर के उद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि कॉलेज द्वारा विभिन्न स्थानों पर आयोजित जागरूकता एवं चिकित्सा शिविरों का उद्देश्य आम जनता को जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों, जैसे मधुमेह, उच्च रक्तचाप और मोटापे के प्रति जागरूक करना है, ताकि लोग समय रहते आवश्यक एहतियाती उपाय कर सकें।
संगोष्ठी को प्रोफेसर सफ़िया लोखंडे के अलावा डॉ. मोहम्मद साक़िब, डॉ. फ़ारिया खातून, डॉ. उबैदुर्रहमान, डॉ. अब्दुल अज़ीम, डॉ. आफ़िया हैदर तथा डॉ. अतीक़ा ने भी संबोधित किया और अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए स्वास्थ्य, जीवनशैली और निवारक चिकित्सा के विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार व्यक्त किए।
चिकित्सा जागरूकता शिविर में बड़ी संख्या में पुरुषों एवं महिलाओं ने भाग लिया, जहां उनका निःशुल्क चिकित्सीय परीक्षण किया गया तथा आवश्यक दवाइयां मुफ्त वितरित की गईं।
इस अवसर पर मौलाना आज़ाद मेमोरियल अकादमी की ओर से अध्यक्ष एवं संपादक शारिक़ अलवी के संपादन में प्रकाशित स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी पर आधारित विशेषांक (स्पेशल नंबर) का विमोचन भी किया गया।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

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