PHC भटपरानी (जिला देवरिया) से दो सड़क दुर्घटना (RTA) पीड़ितों और एक झटके (Convulsion) के गंभीर मरीज को रेफ़रल करने की आवश्यकता पड़ी। सूचना मिलते ही 102 एम्बुलेंस सेवा सक्रिय हुई और EMT ने मौके पर पहुँचकर सभी मरीजों को प्राथमिक उपचार देना शुरू किया।
झटके वाले मरीज की हालत रास्ते में अचानक गंभीर हो गई, जब मरीज की साँस रुकने लगी (Airway Obstruction)। EMT ने स्थिति को तुरंत समझते हुए Suction किया, जिससे मरीज की साँस सामान्य हुई और उसकी स्थिति स्थिर बनी रही। यह त्वरित कार्रवाई मरीज के लिए जीवनरक्षक साबित हुई।
दोनों RTA मरीजों को EMT द्वारा मौके पर ही ड्रेसिंग, बैंडेजिंग और वाइटल मॉनिटरिंग जैसी आवश्यक सेवाएँ दी गईं। तीनों मरीजों के लिए ERCP Advice भी समय पर सुनिश्चित किया गया।
102 एम्बुलेंस टीम ने सभी मरीजों को सुरक्षित रूप से रेफ़रल अस्पताल पहुँचाया, जहाँ उन्हें भर्ती कर उपचार शुरू कर दिया गया है।
इस घटना ने एक बार फिर प्रमाणित किया कि 102 और 108 एम्बुलेंस सेवाएँ अपने प्रोफेशनल रवैये, समय पर रिस्पॉन्स और बेहतर प्री-हॉस्पिटल केयर के कारण लगातार जनता की जीवनरक्षा में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
स्थानीय क्षेत्र में EMT की त्वरित समझदारी और सटीक चिकित्सा सेवाओं की व्यापक प्रशंसा की जा रही है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...


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