मौलाना आज़ाद मेमोरियल अकादमी, लखनऊ द्वारा "महिलाओं का सशक्त और स्वस्थ बनना: गांधीवादी विचारों की रोशनी में आत्मनिर्भर भारत की ओर" पर संगोष्ठी
लखनऊ, 2 अक्टूबर: राष्ट्रपिता
महात्मा गांधी जी की 156वीं जयंती के अवसर पर मौलाना आज़ाद मेमोरियल
अकादमी, लखनऊ के तत्वावधान में एक संगोष्ठी आयोजित की गई, जिसका विषय था –
"महिलाओं का सशक्त और स्वस्थ बनना: गांधीवादी विचारों की रोशनी में
आत्मनिर्भर भारत की ओर"।
संगोष्ठी का उद्घाटन अकादमी
के महासचिव डॉ. अब्दुल क़ुद्दूस हाशमी ने किया। अपने संबोधन में उन्होंने
कहा कि गांधी जी के अनुसार समाज की असली शक्ति महिलाएँ हैं और आज आवश्यकता
है कि शिक्षा, स्वास्थ्य और आत्मनिर्भरता के माध्यम से उन्हें उनका
सम्मानजनक स्थान दिया जाए। उन्होंने कहा कि यदि महिला स्वस्थ और सशक्त होगी
तो परिवार, समाज और देश सब मजबूत होंगे।
इस अवसर पर
स्टेट तकमील-उल-तिब्ब कॉलेज की प्रो. सफ़िया लोखंडे, डॉ मनी राम डॉ.
भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी की प्रो. सोफ़िया अहमद और पुलिस विभाग से
सुश्री विदुषी ने अपने विचार रखे। स्टेट तकमील-उल-तिब्ब कॉलेज के डॉ. नूर
हसन, डॉ. तारिक बिलाल, डॉ. रम्शा अफ़रोज़ और डॉ. मोहम्मद फ़ुरक़ान ने भी
अपने लेख प्रस्तुत किए और गांधीवादी विचारों को आज की परिस्थितियों से
जोड़ा।
अकादमी के महासचिव डॉ. हाशमी ने सभी युवा
डॉक्टरों का शाल उड़ाकर उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि यही पीढ़ी भविष्य के
भारत को स्वस्थ और आत्मनिर्भर बनाएगी। इस अवसर पर महिला स्वास्थ्य शिविर
का भी आयोजन हुआ, जिसमें महिलाओं को परामर्श और स्वास्थ्य संबंधी
सुविधाएँऔर मुफ्त दवाएं दी गईं। साथ ही स्टेट तकमील-उल-तिब्ब कॉलेज की ओर
से “सशक्त नारी–सशक्त भारत सेवा पखवाड़ा” शीर्षक से एक पुस्तिका का विमोचन
भी किया गया।
अंत में सभी अतिथियों और प्रतिभागियों
का धन्यवाद किया गया और यह संकल्प लिया गया कि गांधीवादी विचारों की
प्रेरणा से महिलाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य और आत्मनिर्भरता के अवसर निरंतर
प्रदान किए जाएंगे।
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