सासाराम, 17 अगस्त 2025. राहुल गांधी के नेतृत्व में आज से
शुरू हो रही इंडिया गठबंधन की वोटर अधिकार यात्रा से बिहार में सत्ता
परिवर्तन का माहौल बनना तय है. राहुल गांधी को सुनने उमड़ी लाखों की भीड़ ने
साबित कर दिया कि बिहार वोट चोरी करने वाली भाजपा नीत एनडीए सरकार को उखाड़
फेकने के लिए तैयार है. इस यात्रा का असर देश व्यापी होगा. इसकी आंधी में
भाजपा, आरएसएस, नितीश कुमार और चुनाव आयोग के गठबंधन का उड़ना तय है.
ये
बातें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव और बिहार सह प्रभारी शाहनवाज़
आलम ने साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 208 वीं कड़ी में कहीं.
शाहनवाज़
आलम ने कहा कि आरएसएस शुरू से ही सिर्फ़ अमीर लोगों, सवर्णों और सामतों को
वोट का अधिकार देने की समर्थक और दलितों, पिछड़ों, महिलाओं और आदिवासियों को
वोट का अधिकार दिए जाने की विरोधी रही है. वहीं हेडगेवार और सावरकर ने
मुसलमानों के मताधिकार का विरोध किया था. उन्होंने कहा कि आज भाजपा सरकार
के इशारे पर चुनाव आयोग इन्हीं तबकों से मताधिकार छीनने के लिए मतदाता सूची
से उनके नामों को गायब कर रहा है.
शाहनवाज़
आलम ने कहा कि बिहार का एसआईआर कमज़ोर तबकों और वर्गो से मताधिकार छीनने की
साज़िश है क्योंकि ये तबके भाजपा के खिलाफ वोट करते हैं. उन्होंने कहा कि
अगर बिहार में मतदाता सूची से बाहर किए गए 65 लाख लोगों का जातिगत जनगणना
कर दिया जाए तो उसमें 90 प्रतिशत लोग गरीब और कमज़ोर तबकों के निकल जाएंगे.
शाहनवाज़
आलम ने कहा कि चुनाव आयोग ने राहुल गांधी द्वारा उठाए जा रहे सवालों के
दबाव में प्रेस कांफ्रेंस तो कर लिया लेकिन मतदाता सूचियों में हुई धांधली
का कोई जवाब नहीं दे पाया. जिससे चुनाव आयोग की विश्वसनीयता आज सबसे निचले
स्तर पर पहुंच गयी है.
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