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राज्यपाल ने एमिटी विश्वविद्यालय, नोएडा में कुलपतियों के राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन सत्र को किया संबोधित

 


लखनऊ : 24 जून, 2025 : प्रदेश की राज्यपाल एवं राज्य विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज (एआईयू) द्वारा एमिटी विश्वविद्यालय, नोएडा परिसर में आयोजित दो दिवसीय 23-24 जून, 2025 को “कुलपतियों का राष्ट्रीय सम्मेलन” के समापन सत्र को संबोधित किया। यह आयोजन ए0आई0यू0 की स्थापना के 100 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया था। इस गरिमामयी अवसर पर देशभर के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों, शिक्षा जगत के विशेषज्ञों एवं अकादमिक संस्थानों के प्रतिनिधियों की सहभागिता रही।
राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि विश्वभर में कई विश्वविद्यालय अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं, परंतु उनका योगदान केवल उच्च शिक्षा तक सीमित नहीं होना चाहिए। विश्वविद्यालयों को प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा के क्षेत्र में भी सहयोग करना चाहिए और कुपोषण जैसी समस्याओं को समाप्त करने की दिशा में कार्य करना चाहिए, क्योंकि यही राष्ट्रीय विकास की नींव बनेगा।
उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थानों की जिम्मेदारी केवल शिक्षा प्रदान करना नहीं है, बल्कि उन्हें स्वच्छ पेयजल, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता की सुविधाओं तक पहुँच सुनिश्चित करनी चाहिए। साथ ही, कौशल विकास और प्रशिक्षण आज के समय की अनिवार्यता है।
राज्यपाल जी ने महिला सशक्तिकरण पर बल देते हुए कहा कि महिलाओं को समान अवसर दिए जाने चाहिए और शून्य गरीबी (जीरो पावर्टी) की दिशा में कार्य करना हमारा लक्ष्य होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि विश्व के विभिन्न विश्वविद्यालयों के साथ किए गए एम0ओ0य0ू केवल कागज़ों तक सीमित न रहें, बल्कि वे छात्रों के हित में वास्तविक ज्ञान एवं अनुभव के आदान-प्रदान का माध्यम बनें।
राज्यपाल जी ने कहा कि हमारा लक्ष्य भारत को एक विकसित राष्ट्र और “विश्वगुरु” बनाना है। “प्रचार” और “प्रसार” का उद्देश्य शिक्षा एवं ज्ञान होना चाहिए। उन्होंने भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, प्राचीन खोजों और आविष्कारों पर गर्व करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि बच्चों को इन विषयों के बारे में अवश्य जानकारी दी जानी चाहिए। अपने उद्बोधन के अंत में राज्यपाल जी ने एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज़ को अपनी शताब्दी वर्ष पूर्ण करने पर बधाई दी तथा विश्वविद्यालय और पूरी टीम को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में किए गए सराहनीय प्रयासों के लिए साधुवाद दिया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एमिटी एजुकेशन ग्रुप के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. अशोक के. चौहान ने राज्यपाल महोदया के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा, “मैं उत्तर प्रदेश की माननीय राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी का हार्दिक धन्यवाद करता हूँ कि उन्होंने इस सम्मेलन के समापन सत्र को अपनी उपस्थिति से गौरवान्वित किया। उनका प्रेरक मार्गदर्शन हम सभी के लिए ऊर्जा और उत्साह का स्रोत बना है। आज पूरा विश्व भारत की ओर देख रहा है और हमारा लक्ष्य है कि भारत को वर्ष 2047 तक वैश्विक महाशक्ति बनाया जाए।”
एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज़ के अध्यक्ष प्रो. विनय कुमार पाठक ने कहा, “हम स्वयं को सौभाग्यशाली मानते हैं कि हमारे बीच आज उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी उपस्थित हैं। उन्होंने सदैव हमें उच्च शिक्षा क्षेत्र में नवाचार एवं सुधार लाने के लिए प्रेरित किया है। उनका समाज एवं राष्ट्र के प्रति समर्पण अद्वितीय है और उनका कार्य हर क्षेत्र में राष्ट्रीय विकास की दिशा में उनकी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।”
समापन सत्र के दौरान द्वारा एक कॉफी टेबल बुक तथा यूनिवर्सिटी न्यूज का विशेषांक भी जारी किया गया। इस अवसर पर यूनिवर्सिटी बेस्ट प्रैक्टिसेस के लिए चयनित विश्वविद्यालयों को सम्मानित किया गया।
राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने “एक पेड़ माँ के नाम“ पहल के अंतर्गत एमिटी विश्वविद्यालय परिसर में एक पौधा भी रोपा।
इस अवसर पर जिलाधिकारी श्री मनीष कुमार वर्मा, एआईयू के उपाध्यक्ष प्रो. वी.एन. राजशेखरन पिल्लै, महासचिव डॉ. पंकज मित्तल, देशभर के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति तथा अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।

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