लखनऊ, 6 जून 2025. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव
शाहनवाज़ आलम ने कहा है कि पाकिस्तान के खिलाफ़ हुई सैन्य कार्यवाई में
दुनिया का कोई भी महत्वपूर्ण देश भारत के साथ खड़ा नहीं हुआ। जबकि पीएम
मोदी 59 देशों का दौरा कर 259 करोड़ रुपया फूंक चुके हैं। उन्होंने नैतिकता
के आधार पर पीएम मोदी से यह पैसा भारतीय रिज़र्व बैंक को वापस करने की
अपील की है।
शाहनवाज़ आलम
ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि किसी भी देश के पीएम या
राष्ट्राध्यक्ष के विदेश दौरे का उद्देश्य अहम सामरिक अवसरों पर उन देशों
का सहयोग प्राप्त करना होता है। लेकिन नरेंद्र मोदी इस मामले में दुनिया के
इकलौते पीएम होंगे जो 59 देशों का दौरा करके एक भी देश को अपने साथ खड़ा
नहीं कर पाए। जो तालिबान शासित अफगानिस्तान साथ आया भी तो उसकी छवि इतनी
खराब है कि उसके प्रति आभार भी व्यक्त नहीं किया जा सकता।
उन्होंने
कहा कि इससे यह साबित होता है कि या तो मोदी जी के विदेशी दौरे व्यर्थ गए
या फिर वो अपने निजी बिज़नेसमैन मित्रों को ठेके दिलवाने के लिए सरकारी
पैसे से दौरे करते रहे। दोनों ही स्थितियों में मोदी जी को यह पैसा अपनी
पार्टी से या अपने बिजनेसमैन मित्रों से लेकर देश को लौटा देना चाहिए।
शाहनवाज़
आलम ने कहा कि पहलगाम हिंसा, ऑपरेशन सिंदूर, पुंछ में फायरिंग, सीडीएस
अनिल चौहान द्वारा राफेल गिराए जाने की स्वीकारोक्ति जैसे मुद्दों पर मोदी
सरकार ने संसद का विशेष सत्र बुलाने की नेता प्रतिपक्ष राहुल गाँधी की मांग
नहीं मानी। लेकिन पूरी दुनिया में प्रतिनिधि मण्डल भेजकर भारत का पक्ष
रखने की बात कही गयी। प्रतिनिधि मण्डल अधिकतर देशों के पूर्व मंत्रियों और
पूर्व सांसदों से मिलकर लौट आया तो कुछ सदस्य हिंदी फिल्मी गाने सुनाकर लौट
आए। उन्होंने कहा कि इससे पहले कभी भी भारत वैश्विक स्तर पर इतना अलग-थलग
नहीं पड़ा था जो मोदी सरकार की विफल विदेश नीति का परिणाम है।
शाहनवाज़
आलम ने कहा कि सीडीएस अनिल चौहान द्वारा राफेल गिराए जाने की स्वीकारोक्ति
के बाद मोदी सरकार को राफेल की वास्तविक गिनती बतानी चाहिए थी लेकिन उल्टे
आरएसएस के नागपुर स्थित मुख्यालय पर राफेल की आकृति बनाकर उसका महिमामंडन
कर वास्तविकता छुपाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि आरएसएस सच
छुपाने और झूठ फैलाने में माहिर लोगों का गिरोह है इसलिए अगर वो अपने
मुख्यालय पर राफेल की आकृति बनाकर उसकी पूजा कर रहा है और मोदी राफेल की
वास्तविक स्थिति नहीं बता रहे हैं तो अपने आप सीडीएस अनिल चौहान की बात सच
साबित होती दिख रही है।
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