पहलगाम हमले के बाद किराया बढ़ाने वाली विमानन कंपनियों से यात्रियों को अतिरिक्त लिया गया पैसा वापस कराए सरकार- शाहनवाज़ आलम
नयी
दिल्ली, 25 अप्रैल 2028. कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने
पहलगाम में हुए चरमपंथी हमले के बाद श्रीनगर की उड़ानों के किराए में
बेतहाशा वृद्धि करने वाली विमानन कम्पनियों के खिलाफ़ कार्यवाई करने की
मांग की है.
शाहनवाज़ आलम
ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद इंडिगो,
विस्तारा, आकाशा, स्पाइस जेट ने अपने किराए में 5 गुना तक की वृद्धि कर
दी. जिस टिकट की कीमत 6 हज़ार थी उसे 25 से 30 हज़ार तक में बेचकर लोगों की
मजबूरी का फ़ायेदा उठाया गया. जो न सिर्फ़ अमानवीय है बल्कि इस दुखद घड़ी
में देश की सामूहिक भावना के भी खिलाफ़ है. इसलिए इन कम्पनियों पर
यात्रियों से लिए गए अतिरिक्त नाजायज पैसे उन्हें वापस करने का निर्देश
केंद्र सरकार को देना चाहिए.
शाहनवाज़
आलम ने कहा कि इन्हीं कंपनियों ने कुम्भ में हुई भगदड़ के समय भी अपने
किराए में बेतहाशा वृद्धि करके नाजायज मुनाफ़ा कमाया था. इसलिए आपदा को
मुनाफे के लिए अवसर समझने की यह कोई पहली घटना नहीं है.
उन्होंने
कहा कि इस बात की भी जांच होनी चाहिए कि भाजपा को इन विमानन कंपनियों ने
कितना चंदा दिया है क्योंकि इनमें से अधिकतर मालिकों के साथ पीएम नरेंद्र
मोदी के व्यक्तिगत संबंध रहे हैं जिसका लाभ ये कंपनीयां उठाती रही हैं.
यहाँ तक कि आकासा के मालिक राकेश झुनझुनवाला से एक मुलाक़ात के दौरान कुर्सी
पर बैठे झुनझुनवाला के सामने नरेंद्र मोदी हाथ बांधे खड़े देखे गए थे जो
प्रधानमंत्री की गरिमा के खिलाफ़ था. इस मुलाक़ात के बाद ही आकासा को उड़ान
भरने की मंजूरी मिली थी. वहीं राकेश झुनझुनवाला से इंडिया टुडे कंक्लेव में
जब पूछा गया कि उनकी मोदी से क्या बात हुई थी तब उन्होंने यह बहुचर्चित
जवाब दिया था कि 'सुहागरात में मेरी बीवी से क्या बात की थी ये कोई बताने
वाली बात है?'.
शाहनवाज़
आलम ने कहा कि 70 सालों में मोदी ऐसे पहले पीएम हैं जिसकी तुलना किसी
उद्योगपति ने अपनी बीवी से की हो. उन्होंने कहा कि इस शर्मनाक टिप्पणी के
बाद भी मोदी का प्रधानमंत्री बने रहना झुनझुनवाला की भाजपा और संघ में
मजबूत पकड़ को साबित करता है जिसकी जांच होनी चाहिए.
शाहनवाज़
आलम ने कहा कि इंडिगो के मालिक राहुल भाटिया भी मोदी के क़रीबी हैं और
मोदी सरकार की तारीफ करते हुए बोल चुके हैं कि सरकार विमानन सेक्टर को काफी
सहयोग करती है. उन्होंने कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए कि क्या 'सहयोग' के
दायरे में आपदा के समय नाजयाज़ तरीके से किराया वृद्धि भी आता है.
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