नयी दिल्ली, 13 अप्रैल 2025. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार
करनी सेना के माध्यम से क्षत्रिय जाति के बेरोजगार युवाओं को अराजक तत्वों
में तब्दील कर रही है. क्षत्रिय समाज के सामने अपने युवाओं को भाजपा के
चंगुल से बचाना सबसे बड़ी चुनौती है. ये बातें कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव
शाहनवाज़ आलम ने साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 190 वीं कड़ी में कहीं.
शाहनवाज़
आलम ने कहा कि क्षत्रिय जाति मूल रूप से किसानी और सेना की नौकररियों पर
निर्भर थी. लेकिन मोदी सरकार में किसानी घाटे का सौदा हो गयी और सेना में
स्थायी नौकरियों के बजाए 4 साल की संविदा पर अग्निवीर योजना ला दी गयी. इन
दोनों कारणों से मोदी और योगी सरकार में क्षत्रिय युवाओं में भयानक
बेरोजगारी बढ़ी है. इन युवाओं के आक्रोश से बचने के लिए योगी आदित्यनाथ
अपने सजातीय बेरोजगार युवाओं को करनी सेना के माध्यम से मुसलमानों,
ब्राह्मणों और दलितों के खिलाफ़ खड़ा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा के
पास विकास और रोज़गार की भविष्य की कोई योजना नहीं है. इसीलिए उन्हें
भाजपा अतीत से लड़ने के काम में लगाकर अपनी कुर्सी बचाए रखने की साज़िश रच
रही है.
शाहनवाज़ आलम ने
कहा कि एक ज़माने में क्षत्रिय समाज की छवि बिगाड़ने में हिंदी सिनेमा
अग्रणी भूमिका में था. हर डाकू और गुंडे के नाम के पीछे सिंह लगा रहता था.
अपराध भले व्यक्ति करता था लेकिन पूरे क्षत्रीय समाज को कटघरे में खड़ा
किया जाता था. आज यही काम योगी आदित्यनाथ अपने सजातीय युवाओं के साथ कर रहे
हैं.
शाहनवाज़ आलम ने कहा
कि उत्तर प्रदेश में क़ानून व्यवस्था नाम की कोई चीज़ नहीं बची है. सरकार
पुलिस का राजनीतिक और आपराधिक इस्तेमाल कर रही है. सुप्रीम कोर्ट ख़ुद कई
बार यूपी के हालात पर चिंता ज़ाहिर कर चुका है. ऐसे में मुख्यमंत्री जी के
अंदर थोड़ी भी नैतिकता होगी तो वो ख़ुद पद से इस्तीफ़ा दे देंगे.
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