छतरपुर। कहते हैं इश्क अंधा होता है इश्क के खुमार में लोग कुछ भी कर गुजरते हैं कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है छतरपुर से जहां एक महिला अपने 3 बच्चों को छोड़कर अपने आशिक रिश्ते के भतीजे के साथ भाग गई परेशान पति बच्चों को लेकर पुलिस को आपबीती सुनाने पहुंचा तो पुलिस भी हैरान रह गई पति ने बताया कि पत्नी का पिछले 6 महीने से भतीजे के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था वह घर से नगदी और जेवरात लेकर भागी है।
3 बेटियों को छोड़कर भागी महिला
जिले में रिश्तों को कलंकित कर देने वाला मामला सामने आया है। एक चाची अपने भतीजे के इश्क में इस कदर अंधी हो गई कि उसको रिश्ते तो दूर अपनी मासूम बच्चियों का भी ख्याल नहीं आया और अपने भतीजे के साथ भाग गई जानकारी लगते ही पिता ने बच्चियों के साथ थाने पहुंचकर बीवी व भतीजे के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई है।
बेटियों को लेकर थाने पहुंचा पिता
दरअसल, मामला छतरपुर जिले के नौगांव थाना इलाके का है। जहां रहने वाला एक शख्स अपनी 3 मासूम बच्चियों को लेकर थाने पहुंचा जहां उसने शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि, मेरी पत्नी मेरे भतीजे के साथ शुक्रवार की सुबह 5 बजे के लगभग घर से 50 हजार रुपए और 2 लाख के जेवरात लेकर भाग गई जब मेरी नींद खुली तो देखा मेरी पत्नी घर में नहीं थी सभी जगह तलाश किया गया, लेकिन उसका कोई अता-पता नहीं चला युवक ने बताया,जब घर में देखा तो रुपए और गहने गायब थे और भतीजा भी नहीं था, जिस पर मुझे काफी दिनों से शक था लेकिन यह नहीं पता था की रिश्ते इस तरह कलंकित होंगे वहीं, पुलिस ने मामला दर्ज कर महिला और उसके आशिक की तलाश शुरू कर दी है। जब नौगांव SDOP अमित मेश्राम से बात की गई तो उन्होंने बताया, युवक 3 बच्चियों को लेकर थाने आया था शिकायत दर्ज कर ली गई है अब महिला और उसके आशिक की तलाश की जा रही है हम उन्हें जल्द पकड़ लेंगे।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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