सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

राष्ट्रीय भारतीय सैन्य कॉलेज, देहरादून में जनवरी 2026 सत्र के लिए प्रवेश प्रक्रिया चल रही है




 लखनऊ: 23 मार्च, 2025 : राष्ट्रीय भारतीय सैन्य कॉलेज (आरआईएमसी), देहरादून में सत्र जनवरी 2026 के लिए कक्षा-8 में प्रवेश हेतु आवेदन प्रक्रिया चल रही है। लिखित प्रवेश योग्यता परीक्षा 01 जून, 2025 (रविवार) को लखनऊ के राजकीय जुबली इंटर कॉलेज, निकट सिटी रेलवे स्टेशन में आयोजित होगी।
उप शिक्षा निदेशक (माध्यमिक), छठा मंडल, रेखा दिवाकर ने बताया कि आवेदन पत्र, विवरण पत्रिका और पुराने प्रश्न पत्रों का सेट सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 600 रुपये और अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के लिए 555 रुपये में उपलब्ध है। यह शुल्क बैंक ड्राफ्ट के माध्यम से "The Commandant RIMC Fund", Drawee Branch, HDFC Bank, Ballupur Chowk, Dehradun (Bank Code-1399), Uttarakhand  के नाम से भुगतान करना होगा और अनुसूचित जाति/जनजाति के उम्मीदवारों के लिए जाति प्रमाण पत्र की सत्यापित प्रति संलग्न करना अनिवार्य है। उम्मीदवार की आयु 01 जनवरी, 2026 को 11 वर्ष 6 माह से कम और 13 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए, अर्थात् जन्म 02 जनवरी, 2013 से पहले और 01 जुलाई, 2014 के बाद नहीं हुआ होना चाहिए। साथ ही, प्रवेश के समय उम्मीदवार किसी मान्यता प्राप्त विद्यालय में 7वीं कक्षा में अध्ययनरत या उत्तीर्ण होना चाहिए।
लिखित परीक्षा 01 जून, 2025 को तीन चरणों में होगी। गणित सुबह 09ः30 से 11ः00 बजे तक, सामान्य ज्ञान दोपहर 12ः00 से 01ः00 बजे तक और अंग्रेजी दोपहर 02ः30 से 04ः30 बजे तक, जो राजकीय जुबली इंटर कॉलेज, लखनऊ में होगी। लिखित परीक्षा में सफल उम्मीदवारों की मौखिक परीक्षा होगी, जिसमें उनके बौद्धिक ज्ञान और व्यक्तित्व का मूल्यांकन किया जाएगा और इसकी तिथि व स्थान की सूचना उत्तर प्रदेश परीक्षा संचालक द्वारा दी जाएगी।
आवेदन पत्र स्पीड पोस्ट से भेजना होगा, जिसमें उम्मीदवार को अपना पूर्ण पठनीय पता, पिन कोड और फोन नंबर स्पष्ट रूप से लिखना होगा। आवेदन के साथ नवीनतम पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ (दो प्रतियां आवेदन पर और दो अतिरिक्त हस्ताक्षरित), जन्म प्रमाण पत्र की सत्यापित दो प्रतियां (नगर निगम/ग्राम पंचायत से), मूल निवास प्रमाण पत्र की सत्यापित दो प्रतियां (उप जिलाधिकारी/तहसीलदार से), अनुसूचित जाति/जनजाति प्रमाण पत्र की सत्यापित प्रति (यदि लागू हो), 7वीं कक्षा के अध्ययनरत या उत्तीर्ण होने का मूल प्रमाण पत्र (प्रधानाचार्य द्वारा सत्यापित, फोटो सहित) और एक अतिरिक्त सत्यापित प्रति, आधार कार्ड की दोनों ओर की सत्यापित प्रति, और प्रवेश पत्र के लिए 42 रुपये का स्टैंप चस्पा स्वपता लिफाफा संलग्न करना अनिवार्य है।
सभी दस्तावेज 31 मार्च, 2025 तक उप शिक्षा निदेशक (माध्यमिक), छठा मंडल, ‘शिक्षा भवन’, 58-जगत नारायण रोड, पोस्ट ऑफिस चौक, लखनऊ-226003 के कार्यालय में पंजीकृत डाक, स्पीड पोस्ट या कूरियर से पहुंच जाने चाहिए और व्यक्तिगत रूप से आवेदन स्वीकार नहीं होंगे। अंतिम तिथि के बाद प्राप्त आवेदन स्वतः निरस्त माने जाएंगे। माता-पिता द्वारा गलत जानकारी या जाली दस्तावेज प्रस्तुत करने पर भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 467, 468 और 471 के तहत कमांडेंट, आरआईएमसी, गढ़ी कैंट, देहरादून द्वारा कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
राष्ट्रीय भारतीय सैन्य कॉलेज, देहरादून रक्षा मंत्रालय के अधीन एक अंतःसेवा शिक्षण संस्थान है, जिसकी स्थापना 1922 में हुई थी, और इसका उद्देश्य छात्र-छात्राओं को तीनों सेनाओं के लिए तैयार कर राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, पुणे में प्रशिक्षण के लिए प्रेरित करना और समग्र शिक्षा प्रदान करना है।
सम्पर्क सूत्र- प्रदीप कुमार

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

इफ्तार पार्टियों का आयोजन लगातार जारी।

  सीकर-राजस्थान।        जनपद मे माहे रमजान शुरू होने के साथ ही अनेक सामाजिक व शेक्षणिक संस्थाओं के अलावा व्यक्तिगत लोगो द्वारा इफ्तार का आयोजन का सीलसीला जारी है।    इस सीलसीले के तहत सीकर शहर मे आज इतवार को सीकर में पंचायत शेखावाटी लीलगरान और युवा कमेटी की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सय्यदा मस्जिद फतेहपुर रोड़ भैरुपुरा कच्चा रास्ता सीकर में किया गया। ,जिसमे सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी,इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज पढ़ी गई।

सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले मुस्लिम विरोधी हिंसक तत्वों का मनोबल बढ़ाने वाले हैं- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 9 मार्च 202 5. न्यायालयों द्वारा पिछले कुछ दिनों से दिए गए विवादित फैसलों से यह संदेश जा रहा है कि मई में आने वाले सुप्रीम कोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश पर आरएसएस और भाजपा अपने सांप्रदायिक एजेंडे के पक्ष में दबाव डालने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. सेकुलर सियासी दलों और नागरिक समाज को इन मुद्दों पर मुखर होने की ज़रूरत है. ये बातें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव शाहनवाज़ आलम ने साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 185 वीं कड़ी में कहीं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जज का किसी को मियां तियाँ और पाकिस्तानी कहने को अपराध नहीं मानना साबित करता है कि सुप्रीम कोर्ट के कुछ जज मुस्लिम विरोधी हिंसा में हिंसक तत्वों द्वारा प्रतुक्त होने वाली इन टिप्पणियों को एक तरह से वैधता देने की कोशिश कर रहे हैं. इस फैसले के बाद ऐसे तत्वों का न सिर्फ़ मनोबल बढ़ेगा बल्कि वो इसे एक ढाल की तरह इस्तेमाल करेंगे और पुलिस में शिकायत दर्ज कराने जाने वाले पीड़ित मुस्लिमों का मुकदमा भी पुलिस नहीं लिखेगी. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि इससे पहले भी मस्जिद के अंदर जबरन घुसकर जय श्री राम के ना...