भागलपुर, 17 नवंबर 2024. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के
सचिव और बिहार प्रभारी शाहनवाज़ आलम ने अमित शाह के उस बयान पर नितीश कुमार
और चंद्रबाबू नायडू से स्पष्टीकरण मांगा है जिसमें उन्होंने विरोध के
बावजूद वक़्फ़ बिल में संशोधन करने की बात कही है। ये बातें उन्होंने
साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 169 वीं कड़ी में कहीं।
शाहनवाज़
आलम ने कहा कि जब वक़्फ़ संशोधन बिल विपक्ष के विरोध के कारण जेपीसी के
पास व्यापक चर्चा के लिए भेजा गया है और जेपीसी भी राज्यों में जाकर बैठक
कर रही है तब गृहमंत्री ऐसा कैसे कह सकते हैं कि सरकार अपनी मर्ज़ी से बिल
में संशोधन कर देगी। अगर उसे जेपीसी पर भरोसा ही नहीं था तो बिल को जेपीसी
के पास विचार के लिए भेजा ही क्यों गया। उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है
कि भाजपा संसदीय प्रणाली में यक़ीन नहीं रखती।
शाहनवाज़
आलम ने कहा कि इस पर भाजपा की अल्पमत सरकार को समर्थन दे रही जदयू और
चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी को अपना स्टैंड क्लीयर करना चाहिए। आखिर वो एक
ही साथ सेकुलर होने का दावा और अमित शाह के बयान पर चुप्पी कैसे साध सकते
हैं।
टिप्पणियाँ