आरएआईटीबी-एनएफएल सम्मेलन के प्रथम दिवस को व्यापार पर एआई के परिवर्तनकारी प्रभाव को प्रदर्शित किया गया

 


लखनऊ, 28 नवंबर, 2024 - आईआईएलएम अकादमी ऑफ हायर लर्निंग, लखनऊ ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) और विलफ्रिड लॉरियर विश्वविद्यालय (डब्लूएलयू), कनाडा के सहयोग से ‘‘व्यापार को बदलने में एआई की भूमिका: भविष्य के परिदृश्य को नेविगेट करना (आरएआईटीबी-एनएफएल)’’ पर प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलन समारोह और आईआईएलएम छात्रों द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना से हुई, जो ज्ञान और आत्मज्ञान की खोज का प्रतीक है। 
आईआईएलएम लखनऊ में डीन अकादमिक और सम्मेलन की संरक्षक डॉ0 शीतल शर्मा ने स्वागत भाषण दिया और सम्मेलन का कॉन्सेप्ट नोट प्रस्तुत किया। उन्होंने 70 से अधिक उपस्थित लोगों की भागीदारी तथा भारत और विदेशों के विद्वानों द्वारा 34 शोध-पत्र प्रस्तुतियों पर प्रकाश डाला। डॉ0 शीतल ने मुख्य अतिथि प्रो0 आलोक कुमार राय (कुलपति, लखनऊ विश्वविद्यालय), डॉ0 अकबर सईद (एसोसिएट प्रोफेसर, विलफ्रिड लॉरियर विश्वविद्यालय, कनाडा) और डॉ0 विभूति गुप्ता (प्रोफेसर, आईआईएलएम लखनऊ) सहित सम्मानित गणमान्य व्यक्तियों का गर्मजोशी से स्वागत किया। उनके संबोधन में व्यवसायों पर एआई के परिवर्तनकारी प्रभाव, विभिन्न उद्योगों में इसके अनुप्रयोगों और इससे उत्पन्न चुनौतियों पर जोर दिया गया। 
 
मुख्य भाषण की मुख्य बातें: 
 
डॉ0 अकबर सईद का मुख्य भाषण: डॉ0 सईद ने ‘‘एल्गोरिथमिक पूर्वाग्रह: एक सामाजिक-तकनीकी परिप्रेक्ष्य’’ पर बात की, जिसमें इस बात पर प्रकाश डाला गया कि एआई एल्गोरिदम में पूर्वाग्रह किस प्रकार सामाजिक असमानताओं को दोहरा सकते हैं। क्रेडिट कार्ड कंपनियों द्वारा महिलाओं को कम क्रेडिट सीमा प्रदान करने जैसे उदाहरणों का हवाला देते हुए, उन्होंने जवाबदेही, मूल्य संरेखण, व्याख्यात्मकता, निष्पक्षता और उपयोगकर्ता डेटा अधिकारों सहित ऐसे पूर्वाग्रहों से निपटने की रणनीतियों को रेखांकित किया। डॉ0 सईद ने निष्पक्ष एआई सिस्टम डिजाइन करने के लिए एक मॉडल भी प्रस्तुत किया, जिसमें नैतिक एआई अनुप्रयोगों को सुनिश्चित करने के लिए बहु-विषयक सहयोग के महत्व पर जोर दिया गया। 
 
डॉ0 विभूति गुप्ता का मुख्य भाषण: 
 
डॉ. विभूति ने ‘‘एआई-सेवी लीडर और एआई-सेवी लीडरशिप’’ पर चर्चा की, पुलिसिंग, कॉरपोरेट्स में एआई की भूमिका और तकनीकी और गैर-तकनीकी व्यवसाय के नेताओं के बीच एआई एकीकरण के प्रति दृष्टिकोण के अंतर पर अपने शोध से अंतर्दृष्टि साझा की। उन्होंने अभिनव कानून प्रवर्तन प्रथाओं के लिए दुबई पुलिस द्वारा एआई के उपयोग पर प्रकाश डाला। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से आत्मघाती प्रवृत्तियों की पहचान करने जैसी सामाजिक चुनौतियों का समाधान करने के लिए मेटा और यूपी पुलिस के बीच हाल ही में हुई साझेदारी को भी संबोधित किया। डॉ0 विभूति ने नेतृत्व क्षमताओं को बढ़ाने में जनरेटिव एआई की भूमिका पर जोर दिया, नेताओं से प्रभावशाली निर्णय लेने के लिए एआई को प्रभावी ढंग से एकीकृत करने का आह्वान किया। डॉ0 सईद द्वारा सम्मेलन की कार्यवाही का अनावरण किया गया। 
डॉ0 शीतल ने गणमान्य व्यक्तियों को सम्मानित करके और मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ताओं को आभार प्रमाण पत्र प्रदान करके उद्घाटन सत्र का समापन किया। 
 
तकनीकी सत्र-1 सारांश
 
पहले तकनीकी सत्र की अध्यक्षता प्रो0 मनीषा सेठ (जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, लखनऊ) ने की और संचालन डॉ0 विभूति गुप्ता (आईआईएलएम लखनऊ) ने किया, जिसमें छह प्रभावशाली शोध पत्रों के माध्यम से ‘‘प्रबंधन कार्यों में एआई के अनुप्रयोग’’ विषय पर चर्चा की गई। प्रस्तुतकर्ताओं ने आईएफटीएम विश्वविद्यालय, लखनऊ विश्वविद्यालय, सेंट जेवियर्स कॉलेज (काठमांडू), जामिया हमदर्द (नई दिल्ली), एमसीएनयूजेसी भोपाल और आईआईएलएम लखनऊ जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों का प्रतिनिधित्व किया। अध्ययनों ने बैंकिंग, भर्ती, विपणन, मानव संसाधन, वित्तीय साक्षरता और ब्रांडिंग में एआई की परिवर्तनकारी क्षमता पर गहन चर्चा की। विषयों में विलय के बाद बैंकिंग दक्षता में एआई की भूमिका, एआई-संचालित भर्ती की पूर्वाग्रह को कम करने की क्षमता, उपभोक्ता विश्वास बनाने के लिए एआई के माध्यम से विपणन का निजीकरण और कार्यबल अनुकूलन के लिए मानव संसाधन में इसका उपयोग शामिल थे। अन्य प्रस्तुतियों में रोबो-सलाहकारों जैसे उपकरणों के माध्यम से वित्तीय साक्षरता में सुधार करने में एआई के योगदान और चैटबॉट और व्यक्तिगत सामग्री के माध्यम से ब्रांड धारणा पर इसके प्रभाव पर चर्चा की गई। दक्षता में सुधार, प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने और उपभोक्ता विश्वास को बढ़ावा देने में एआई के लाभों पर जोर देते हुए, चर्चाओं ने एल्गोरिदम संबंधी पूर्वाग्रह, नैतिक चिंताओं और पारदर्शिता के महत्व जैसी चुनौतियों पर भी प्रकाश डाला। सत्र का समापन अध्यक्ष से मूल्यवान प्रतिक्रिया के साथ हुआ, जिसने उद्योगों में एआई के एकीकरण के आगे के अन्वेषण को प्रोत्साहित किया। 
 
आरएआईटीबी-एनएफएल सम्मेलन के प्रथम दिवस ने उद्योगों को नया रूप देने में एआई की भूमिका पर सार्थक चर्चाओं और अभूतपूर्व शोध को मिलाकर एक आशाजनक स्वर स्थापित किया। इस कार्यक्रम ने नैतिक और अभिनव एआई समाधानों की आवश्यकता को रेखांकित किया, स्थायी व्यावसायिक परिवर्तनों को आगे बढ़ाने के लिए सहयोगी अंतर्दृष्टि को बढ़ावा दिया।

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