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अगर मोदी जी ने हर साल दो करोड़ रोज़गार दे दिया होता तो कोई इजराइल जाने पर मजबूर नहीं होता- शाहनवाज़ आलम

 


लखनऊ, 7 अक्टूबर 2024. कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने युद्धग्रस्त इजराइल में फंसे बाराबंकी के मजदूरों के परिजनों से मुलाक़ात कर उन्हें तत्काल सुरक्षित वापस लाने की मांग की है. कांग्रेस ने योगी सरकार पर अभी तक इन परिवारों से संपर्क न करने के लिए निंदा भी की है.

कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम के नेतृत्व में पूर्व मन्त्री डॉ मसूद अहमद, बाराबंकी के ज़िला अध्यक्ष मोहम्मद मोहसिन, लखनऊ शहर अध्यक्ष डॉ शहज़ाद आलम, बाराबंकी ज़िला उपाध्यक्ष गौरी यादव, त्रिभुवन यादव,  प्रदेश सचिव फरहान वारसी, उमेश सिंह, अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष अख्तर मलिक, प्रदेश महासचिव शम्सुल हक़, सलमान क़ादिर, सुरेश यादव, अक्षत शुक्ला ने बाराबंकी के देवा ब्लॉक के सालेह नगर पहुँचकर युद्धग्रस्त इजराइल में फंसे मजदूरों के परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान परिजनों ने उनकी इजराइल में फंसे आधे दर्जन लोगों से वीडियो कॉल पर बात भी करायी. कांग्रेस नेताओं ने मजदूरों से वहाँ  के मौजूदा हालात की जानकारी ली जिन्होंने बताया कि उन्हें बंकरों में रहकर अपनी सुरक्षा करनी पड़ रही है. 


परिजनों ने कांग्रेस नेताओं को बताया कि पिछले कई दिनों से मीडिया में उनकी खबरें छप रही हैं लेकिन प्रशासन की तरफ से अभी तक किसी ने भी उनसे संपर्क नहीं किया है. परिजनों ने यह भी बताया कि जो लोग इजराइल गए हैं उनका बीमा भी नहीं हुआ है.

शाहनवाज़ आलम ने कहा कि जिस तरह युक्रेन युद्ध के समय अमीर भारतियों को मोदी सरकार ने विशेष हवाई जहाजों से वापस लाया था उसी तरह इन गरीब मजदूरों को भी सरकार को वापस लाना चाहिए.  उन्होंने कहा कि अगर मोदी सरकार ने हर साल दो करोड़ रोज़गार देने के अपने चुनावी वादे को पूरा किया होता तो आज अपने परिवार का पेट पालने के लिए इन बेरोजगार युवाओं को ऐसी जगह नहीं जाना पड़ता जहाँ बम और मिज़ाइल गिर रहे हों. उन्होंने कहा कि युद्ध में केमिकल हथियारों के प्रयोग की भी खबरें आ रही हैं ऐसे में भारत सरकार को तत्काल इन्हें वापस लाना चाहिए क्योंकि युद्ध के तेज़ होने के बाद वापसी मुश्किल हो जाएगी. 

पूर्व मन्त्री डॉ मसूद अहमद ने कहा कि किसी भी विकासशील देश ने इजराइल में अपने मजदूर नहीं भेजे हैं. जिससे यह पता चलता है कि भाजपा शासन में बेरोजगारी इस हद तक बढ़ गयी है कि लोग जान जोखिम में डालने को मजबूर हो गए हैं. 

बाराबंकी जिला अध्यक्ष मोहम्मद मोहसिन ने परिजनों की समस्याएं नेता प्रतिपक्ष राहुल गाँधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी तक पहुंचाने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस मोदी सरकार पर ज़िले के मजदूरों को वापस ले आने के लिए दबाव डालेगी.

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