राज्यपाल की अध्यक्षता में राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय का 19वां दीक्षांत समारोह सम्पन्न
राज्यपाल जी ने कार्यक्रम में सभी उपाधि व पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों तथा उनके माता-पिता, अध्यापकों और विश्वविद्यालय की टीम के सभी लोगों को भी बधाई दिया। पदक प्राप्त करने में छात्राओं की संख्या अधिक होने पर उन्होंने कहा कि यह बेटियों द्वारा की जा रही मेहनत एवं दृढ़ इच्छाशक्ति को प्रदर्शित करता है। उन्होंने कहा कि बच्चों को संस्कार देने में माताओं का विशेष योगदान रहता है। माताएं अपने अनुभव से बच्चों का पालन पोषण करती है तथा बच्चों को संस्कारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
राज्यपाल जी ने मुक्त विश्वविद्यालय के अध्ययन केंद्रों में विद्यार्थियों की कम संख्या पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह चिंता का विषय है। उन्होंने प्रदेश के सभी जेलों में अध्ययन केंद्र खोलने एवं विश्वविद्यालय में ट्रांसजेंडरों की शिक्षा पर भी विचार करने हेतु कहा।
राज्यपाल जी ने कहा कि विश्वविद्यालय को प्राप्त बजट का उपयोग विद्यार्थियों के कल्याण एवं नए-नए प्रोजेक्ट बनाने में किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं के स्वरोजगार हेतु प्रतिवर्ष 1 लाख विद्यार्थिंयों को 10 लाख रूपये ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध करा रही है। इसके अलावा अगले 5 वर्षों में 1 करोड़ विद्यार्थिंयों को प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के तहत देश की शीर्ष कम्पनियों में काम करने का अवसर मिलेगा। इसके अलावा मौडल कौशल ऋण योजना के तहत 25 हजार विद्यार्थिंयों को प्रतिवर्ष 7.5 लाख रूपये ऋण उपलब्ध कराये जाने की सुविधा प्रदान की गयी है।
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