वक्फ संपत्ति संशोधन बिल के विरोध में मौलाना कल्बे जव्वाद के नेतृत्व में सैकड़ो लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन
लखनऊ : राजधानी में शुक्रवार को वक्फ संपत्ति संशोधन बिल को वापस लेने की मांग को
लेकर बड़ा इमाम स्थित आसिफी मस्जिद में जुमे की नमाज के बाद वरिष्ठ शिया
धर्म गुरु मौलाना कल्बे जव्वाद के नेतृत्व में सैकड़ो की संख्या में लोगों
ने वक्फ बिल का विरोध करते हुए वापस लेने की मांग किया।
प्रदर्शन
में शामिल नमाजियों ने बिल के विरूद्ध नारेबाजी किया। मौलाना ने कहा कि
वक्फ बिल हमे सुविकार नहीं है। बिल जेपीसी (जॉइंट पार्लियामेंट्री कमिटी )
में भेज दिया गया है मगर हमे कमेटी पर भी भरोसा नहीं है। कमेटी में 12
सदस्य भारतीय जनता पार्टी के और 9 सदस्य I.N.D.I.A गठबंधन के है। भाजपा के
सांसदों की संख्या ज्यादा है और यह बिल भी भाजपा ला रही है। कोई भी सांसद
अपनी पार्टी के विरुद्ध जाकर वोट नहीं करेगा। I.N.D.I.A गठबंधन के सभी
सांसद बिल के विरुद्ध भी वोट करते हैं उसके बाद भी संसदीय कमेटी में पास हो
जाएगा। हम वक्फ संपत्ति को लेकर जो बिल लाया जा रहा है इसका विरोध करते
हैं।
यूपी में 1 लाख 75 हजार वक्फ डीड है : मौलाना ने कहा कि
जिलाधिकारी की शक्तियों को बढ़ा दिया जाएगा। वक्फ की सभी डीड डीएम द्वारा
चेक किया जाएगा। उत्तर प्रदेश में वक्फ बोर्ड की 1 लाख 75 हजार डीड है। सभी
डीड 40 से 50 पेज की है । सभी डीड उर्दू या फारसी भाषा में है। अधिकतर
जिलाधिकारी को उर्दू या फारसी भाषा नहीं आती है। और आधिकारिक रूप से सिर्फ
नदवा के ही ट्रांसलेशन को मान्यता है ऐसे में 20 साल से ज्यादा का समय लग
जाएगा नदवा ट्रांसलेट करने में। दूसरी समस्या यह है कि जब नदवा को इतना समय
लगेगा ट्रांसलेशन करने में तो जिला अधिकारी को कितना समय लग जाएगा इस डीड
को पढ़कर फैसला करने में । ऐसी बहुत सी समस्याएं हैं जो इस मामले को और
पेचीदा बना रही है।
वक्फ बोर्ड में अन्य धर्म की संपत्ति दर्ज नहीं : मौलाना
ने कहा कि यह भ्रमित किया जा रहा है कि वक्फ में हिंदू समेत अन्य समुदाय
की जमीन दर्ज कर लिया गया है। यह गुमराह करने वाली बात है अगर कोई यह साबित
कर देता है तो हम अपना यह मूवमेंट वापस ले लेंगे। वक्फ की दर्जनों ऐसी
जमीन है जहां कब्जा करके लोगों ने मकान बना लिया और कमर्शियल बिल्डिंग खड़ी
कर ली है। जो वक्फ संपत्ति में दर्ज है और हम उसे साबित कर सकते हैं।मगर
उल्टा हमें ही अवैध कबजेदार कहा जा रहा है। हम सुन्नी धर्म गुरुओं से भी
अपील करते हैं कि वह साथ आकर इस लड़ाई को लड़ें।
गृहमंत्री अमित शाह और नीतीश कुमार से करेंगे मुलाकात : मौलाना
ने कहा कि इस बिल के विरोध में जल्द ही हम गृहमंत्री अमित शाह , रक्षा
मंत्री राजनाथ सिंह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के
मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से मुलाकात करके इसे वापस करने की बात रखेंगे।
मौलाना ने कहा कि अगर बिल वापस नहीं लिया जाता है तो आगामी दिनों में
उत्तर प्रदेश समेत पूरे हिंदुस्तान में शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन
का आवाहन करेंगे।
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