राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसमें कुल 18 बैंचो का गठन

 





     ।अशफाक कायमखानी।
सीकर/जयपुर l 
            राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सीकर राजेन्द्र कुमार शर्मा के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीकर के तत्वावधान में शनिवार को ताल्लुका विधिक सेवा समितियों रींगस, नीमकाथाना, दांतारामगढ़, श्रीमाधोपुर, फतेहपुर, लक्ष्मणगढ़ तथा सीकर न्याय क्षेत्र के न्यायालयों में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसमें कुल 18 बैंचो का गठन कर सभी प्रकार के राजीनामा योग्य आपराधिक मामलें, सिविल प्रकृति के मामलें, पारिवारिक मामले, चैक अनादरण प्रकरण, बैंकों के ऋण वसूली मामलें, राजस्व से सबंधित मामले रखे गये, जिनमें प्री-लिटिगेशन वैच में  रामकिशन शर्मा, विशिष्ट न्यायाधीश एससी,एसटी सीकर, पारिवारिक  प्रकरणों की सुनवाई  रेखा राठौड़, विशिष्ट न्यायाधीश मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण, सीकर, जिला एवं सत्र न्यायालय तथा अपर जिला एवं सेशन न्यायालयों में लम्बित मामलों की सुनवाई  सानिया हाशमी, न्यायाधीश अपर जिला एवं सेशन न्यायालय कम 3 सीकर, सीजेएम व एसीजेएम मामलों की सुनवाई सीमा चौहान, न्यायाधीश अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, कम-1, सीकर एवं जेएम, जे.जे.बी., एन.आई. कोर्ट एवं ग्राम न्यायालय कुडली के मामलों की सुनवाई  सोनिया, न्यायालय न्यायिक मजिस्ट्रेट कम 01, सीकर के द्वारा सीकर न्यायक्षेत्र में लम्बित कुल 8491 प्रकरणों में से 1582 प्रकरणों का निस्तारण कर राशि 184247841 रूपए के अवार्ड पारित किये गये।
       
कार्यक्रम का शुभारंभ न्यायाधीश रेखा राठौड़ न्यायाधीश एमएसीटी कोर्ट,  न्यायाधीश सुमन सहारण न्यायाधीश पोक्सो कोर्ट कम सं. 01. बार संघ अध्यक्ष जगदीश सिंह गठाला, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गजेन्द्र सिंह जोधा एवं प्रशिक्षित मध्यस्थ पुरूषोत्तम शर्मा ने मां सरस्वती के सामने दीप प्रज्जवलित कर किया।  सचिव जि.वि.से.प्रा. सीकर ने लोक अदालत का महत्व समझाते हुए राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिकाधिक प्रकरण के निस्तारण से समय, धन की बचत होने व आपसी सौहाद्र बना रहने से निस्तारित करने की अपील की एवं अधिकाधिक मामले राजीनामे से निस्तारित करने की बात कही।
 
प्री-लिटिगेशन बैंच पर बैंच अध्यदा रामकिशन शर्मा, सदस्यगण अधिवक्ता पुरूषोत्तर शर्मा एवं अधिवक्ता बजरंग सिंह शेखावत ने अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, बीएसएनएल एवं अन्य बैंक व वितीय संस्थाओं के प्रतिनिधियों एवं लिटिगेंट्स के मध्य समझाईश कर रोकड़ों प्रकरणों का निस्तारण किया गया।
 
पारिवारिक न्यायालय के द्वारा निस्तारित 27 प्रकरण में से एक में दम्पती लगभग 6 साल से अलग रहे थे एवं आपसी झगडो के चलते तलाक लेने का निर्णय कर चूके थे। इसी प्रकार अन्य 3 प्रकरणों में भी पारिवारिक मतभेद के कारण दम्पती बहुत लम्बे समय से अलग रह रहे थे एवं दम्पती में मतभेद होने के कारण दम्पती के बच्चों पर इसका विपरित प्रभाव पड रहा था। परन्तु न्यायालय के प्रयासों एवं राष्ट्रीय लोक अदालत बैंच अध्यक्ष व सदस्यों की समझाइश द्वारा दम्पत्तियों में सुलह की गयी और  न्यायाधीश रेखा राठौड़ एवं सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, धर्मराज मीणा तथा बैंच सदस्यों के प्रयास से राजीनामा करवाया गया। दम्पती द्वारा एक दूसरे को माला पहनायी गयी एवं बैंच सदस्यों द्वारा उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गयी। इसी प्रकार एक अन्य दम्पती जो 3 वर्षों से अलग रह रहे थे, उनका भी राजीनामा करवाया गया। इसी के साथ मोटर दुर्घटना एवं दावा अधिकरण के कुल 52 प्रकरण निस्तारित किए गए एवं कुल राशि 03,47,15,000 रूपए के अवार्ड पारित किए गए।

सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सीकर धर्मराज मीणा ने बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का उद्देश्य पीड़ित व्यक्तियों तक न्याय पहुंचाना है। राष्ट्रीय लोक अदालत न्यायपालिका का पर्व है, राष्ट्रीय लोक अदालत में आने वाले पक्षकारों को संबंधित न्यायालय तक पहुंचने में सहायता करने के लिए हेल्पडेस्क की स्थापना भी की गई। लोक अदालत बैंच के अभूतपूर्व सहयोग से सीकर न्याय क्षेत्र के प्री लिटिगेशन एवं न्यायालयों में लम्बित हजारों प्रकरणों की सुनवाई की जाकर राजीनामें के माध्यम से प्रकरणों का निस्तारण किया गया।
लोक अदालत में एवीवीएनएल विभाग सीकर, बीएसएनएल विभाग के प्रतिनिधि, अधिवक्तागण, बैंक प्रतिनिधी, लिटिगेंट एवं न्यायालय स्टाफ आदि उपस्थित रहे।

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