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भाजपा सरकार आने पर स्थानीय निकाय प्रमुख के सीधे चुनाव करवाने की सम्भावनाएं बनी।

 



2009 व 2010 मे भाजपा सरकार ने निकाय प्रमुख के सीधे चुनाव करवाये थे।
            ।अशफाक कायमखानी।
जयपुर 
               प्रदेश मे भाजपा सरकार गठित होने के बाद से राजस्थान मे 11 नगरनिगम 38 नगरपरिषद सहित कुल 267 स्थानीय निकाय प्रमुख के चुनाव सीधे मतदाताओं द्वारा चुने जाने की सम्भावनाएं बनने लगी है। इससे पूर्व मे भी प्रदेश की भाजपा सरकार ने शहरी सरकार के सीधे चुनाव करवारे थे।
                  इसी साल नवम्बर-दिसम्बर मे स्थानीय निकाय के होने वाले चुनाव को लेकर नगरनिगम मे मैयर व नगरपरिषद एवं नगरपालिकाओं मे सभापति के लिये सीधे होने वाले चुनाव मे भाजपा को फायदा हो सकता है। गावों की बजाय शहरी मतदाताओं मे भाजपा की स्थिति कांग्रेस के मुकाबले अधिक मजबूत मानी जाती है।
                       राजस्थान मे कुछ स्थानीय निकाय के चुनाव नवम्बर-दिसम्बर 2024 व जनवरी 2026 मे होगे। कांग्रेस अपनी सरकार के समय पार्षदों के मार्फत निकाय प्रमुख के चुनाव करवाती रही है। जिससे कांग्रेस फायदे मे रहती है। जबकि भाजपा इससे उलट निकाय प्रमुख के चुनाव सीधे मतदाताओं से करवाती रही है। सीधे चुनाव मे भाजपा को अधिक लाभ मिलता रहा है।
                  कुल मिलाकर यह है कि प्रदेश मे भाजपा सरकार गठित होने के बाद से निकाय प्रमुख के चुनाव सीधे मतदाताओं द्वारा करवाने की सम्भावनाएं अधिक नजर आने लगी है। निकायो मे मोजूद कांग्रेस प्रमुखो मे भाजपा सरकार द्वारा विभिन्न घोटालो व उनके कार्यकाल की जांच करवाने की चर्चा से परेशान कर रखा बताते।

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