सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

चित्रा सिंह की पार्थिव देह जोधपुर पहुंची:कल पाबूपुरा फार्म हाउस पर होगा अंतिम संस्कार



      ।अशफाक कायमखानी
जयपुर।
         बाडमेर जैसलमेर के पूर्व सांसद मानवेन्द्रसिंह जसोल व उनके परिवार के साथ कल सड़क हादसे मे उनकी पत्नि चित्रासिंह का निधन हो गया था।

अलवर के पास हुए हादसे के बाद चित्रा सिंह की पार्थिव देह जोधपुर पहुंची। उनके परिजन पार्थिव देह को लेकर जोधपुर एयरपोर्ट के निकट स्थित पाबूपुरा में उनके फार्म हाउस पर पार्थिव देह को लेकर आए। उनकी पुत्री के बाहर होने से पार्थिव देह को अंतिम दर्शनार्थ रखा जाएगा। उनकी पुत्री हर्षिनी कंवर के इटली से देर शाम जोधपुर पहुंचेगी। बेटी के जोधपुर पहुंचने के बाद कल गुरुवार को चित्रासिंह का अंतिम संस्कार जोधपुर में ही किया जाएगा।

पार्थिव देह को उनके पाबूपुरा स्थित फार्म हाउस पर बने निवास स्थान पर रखा गया है। यहां उनके परिजनों के अलावा परिचितों के पहुँचने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। चित्रासिंह के निधन के समाचार से पूरे मारवाड़ में शोक की लहर है।

बता दें की राजस्थान के बाड़मेर से पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह की पत्नी चित्रा सिंह (55) की सड़क हादसे में कल मंगलवार को मौत हो गई थी। सड़क हादसे में मानवेंद्र सिंह (59), उनका बेटा हमीर सिंह (34) और ड्राइवर दिनेश रावत (33) घायल हो गए हैं। हादसा मंगलवार शाम 5 बजे अलवर के नौगांवा के पास खुसपुरी (हरियाणा बॉर्डर) में हुआ था।

घायलों को अलवर के हॉस्पिटल से देर रात गुरुग्राम के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में रेफर किया गया। चित्रा सिंह पीछे वाली सीट पर बैठी थीं। कार के आगे के दोनों एयरबैग खुल गए थे। मानवेंद्र सिंह, अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में विदेश मंत्री रहे जसवंत सिंह के बेटे हैं।

अलवर के अस्पताल से एंबुलेंस में आज चित्रा सिंह की पार्थिव देह जोधपुर के पाबूपुरा स्थित उनके फार्म हाउस में लाई गई। यही उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

बालोतरा जिले के जसोल में है पैतृक गांव

पूर्व सांसद मानवेन्द्र सिंह पूर्व विदेश एवं वित्त मंत्री जसवंत सिंह के बेटे हैं। बाड़मेर-जैसलमेर से एक बार सांसद बने हैं, वहीं उनकी पत्नी चित्रा सिंह उनके साथ में राजनीति में लंबे समय से सक्रिय हैं। इनका एक बेटा और एक बेटी है। लंबे समय से जोधपुर एयरफोर्स एरिया में रहते हैं। इनका पैतृक गांव बालोतरा जिले की जसोल है। पूर्व विदेश मंत्री की पुत्रवधू चित्रा सिंह चित्तौड़गढ़ के भैंसरोडगढ़ राजघराने परिवार से हैं।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

इफ्तार पार्टियों का आयोजन लगातार जारी।

  सीकर-राजस्थान।        जनपद मे माहे रमजान शुरू होने के साथ ही अनेक सामाजिक व शेक्षणिक संस्थाओं के अलावा व्यक्तिगत लोगो द्वारा इफ्तार का आयोजन का सीलसीला जारी है।    इस सीलसीले के तहत सीकर शहर मे आज इतवार को सीकर में पंचायत शेखावाटी लीलगरान और युवा कमेटी की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सय्यदा मस्जिद फतेहपुर रोड़ भैरुपुरा कच्चा रास्ता सीकर में किया गया। ,जिसमे सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी,इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज पढ़ी गई।

सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले मुस्लिम विरोधी हिंसक तत्वों का मनोबल बढ़ाने वाले हैं- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 9 मार्च 202 5. न्यायालयों द्वारा पिछले कुछ दिनों से दिए गए विवादित फैसलों से यह संदेश जा रहा है कि मई में आने वाले सुप्रीम कोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश पर आरएसएस और भाजपा अपने सांप्रदायिक एजेंडे के पक्ष में दबाव डालने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. सेकुलर सियासी दलों और नागरिक समाज को इन मुद्दों पर मुखर होने की ज़रूरत है. ये बातें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव शाहनवाज़ आलम ने साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 185 वीं कड़ी में कहीं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जज का किसी को मियां तियाँ और पाकिस्तानी कहने को अपराध नहीं मानना साबित करता है कि सुप्रीम कोर्ट के कुछ जज मुस्लिम विरोधी हिंसा में हिंसक तत्वों द्वारा प्रतुक्त होने वाली इन टिप्पणियों को एक तरह से वैधता देने की कोशिश कर रहे हैं. इस फैसले के बाद ऐसे तत्वों का न सिर्फ़ मनोबल बढ़ेगा बल्कि वो इसे एक ढाल की तरह इस्तेमाल करेंगे और पुलिस में शिकायत दर्ज कराने जाने वाले पीड़ित मुस्लिमों का मुकदमा भी पुलिस नहीं लिखेगी. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि इससे पहले भी मस्जिद के अंदर जबरन घुसकर जय श्री राम के ना...