सीकर जिले की फतेहपुर विधानसभा मे भाजपा व धोद विधानसभा मे कांग्रेस तीसरे नम्बर के लिये संघर्ष कर रही है।

 




              ।अशफाक कायमखानी।
सीकर।
          जिले की आठ विधानसभा क्षेत्र मे से छ पर भाजपा व कांग्रेस उम्मीदवारों मे सीधा मुकाबला हो रहा है। जबकि फतेहपुर मे भाजपा व धोद मे कांग्रेस उम्मीदवार तीसरे नम्बर के लिये संघर्ष करते नजर आ रहे हैः जबकि वर्तमान मे दोनो जगह कांग्रेस के विधायक है।
                 फतेहपुर मे वर्तमान विधायक हाकम खान कांग्रेस  उम्मीदवार है। जबकि उनका पूर्व विधायक व जेजेपी उम्मीदवार नंदकिशोर महरिया से सीधा मुकाबला है। भाजपा उम्मीदवार श्रवण चोधरी के पिछड़ जाने के चलते उनका निर्दलीय उम्मीदवार मधुसूदन भिण्डा के मध्य तीसरे नम्बर के लिये कड़ा संघर्ष होगा।
               इसी तरह धोद विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार गोवर्धन वर्मा से माकपा उम्मीदवार पूर्व विधायक कामरेड पेमाराम से सीधा मुकाबला होगा। जबकि कांग्रेस उम्मीदवार जगदीश दानोदिया व रालोपा उम्मीदवार महेश मोरदिया के मध्य तीसरे नम्बर के लिये मुकाबला हो रहा है। कांग्रेस के वर्तमान विधायक व दिग्गज दलित नेता परशराम मोरदिया का टिकट कटने पर उनके पूत्र महेश मोरदिया रालोपा की टिकट पर चुनाव लड़ रहे है। परशराम मोरदिया की टिकट कटने का असर नजदीकी सीट लक्ष्मनगढ से कांग्रेस उम्मीदवार पर पड़ता दिखाई दे रहा है। गोवर्धन वर्मा व पेमाराम दोनो धोद से विधायक एक दुसरे को हराकर रह चुके है। अब फिर इनमे सीधा मुकाबला हो रहा है। धोद से कांग्रेस उम्मीदवार जगदीश दानोदिया को बहुत कमजोर उम्मीदवार माने जाने के कारण सेकुलर मतो का झुकाव माकपा उम्मीदवार कामरेड पेमाराम की तरफ स्वभाविक होता दिखाई दे रहा है।
                कुल मिलाकर यह है कि फतेहपुर से 2018 के विधानसभा चुनाव मे भाजपा उम्मीदवार सुनिता के कुछ सेंकड़ा मतो से हारने के बावजूद 2023 के चुनाव मे भाजपा उम्मीदवार श्रवण चोधरी के तीसरे नम्बर के लिये संघर्ष करना एवं धोद मे 2018 मे कांग्रेस उम्मीदवार परशराम मोरदिया के अच्छे मतो से जीतने के बावजूद 2023 मे कांग्रेस उम्मीदवार जगदीश दानोदिया के तीसरे नम्बर के लिये संघर्ष करना राजनीति मे सोचने पर मजबूर करता है। श्रवण चोधरी धनबल मे काफी मजबूत व जगदीश दानोदिया कमजोर माने जाते है। धोद आरक्षित सीट हैः

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