कांग्रेस मुख्यालय लखनऊ में अल्लामा शिब्ली नोमानी की पुण्यतिथि मनाई गई
लखनऊ, 17 नवम्बर 2023।कांग्रेस
मुख्यालय लखनऊ में अल्लामा शिब्ली नोमानी साहब की पुण्यतिथि पर उन्हें
श्रद्धांजलि अर्पित किया गया एवं मौलाना के व्यक्तित्व और विचार पर एक
गोष्ठी का आयोजन अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज आलम की
अध्यक्षता में किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष अजय राय जी ने कहा कि आज ऐसे समय में जब तत्कालीन सरकार हमारे पूर्वजों के इतिहास मिटाने पर तुली हुई है, हम एक विद्वान और इतिहासकार को याद करके के संदेश देना चाहते हैं कि कांग्रेस देश महानुभावो के दिखाए हुए रास्ते पर चलती रहेगी जिस प्रकार से मालवीय जी ने विश्वविद्यालय का निर्माण किया इस प्रकार अल्लामा शिब्ली ने कई शैक्षिक संस्थान का निर्माण किया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर उमैर मंजर ने कहा अल्लामा शिबली का जन्म 1857 में आजमगढ़ में हुआ उन्होंने साहित्य, इतिहास, भाषा, शिक्षा, और समाज के क्षेत्र में बड़ा कार्य किया है आज उनको याद करना ही हमारे लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इस अवसर पर मौलाना जावेद अख्तर ने कहा अल्लामा शिब्ली उर्दू फारसी, हिंदी के जानकार थे उनकी प्रख्यात पुस्तक अल मामून, अल फारूक, और सीरत उन नबी है।
गोष्टी को संबोधित करते हुए शाहनवाज आलम ने कहा आज समय इतिहास को याद करने का है जिस प्रकार से ऐतिहासिक तथ्यों का दुरुपयोग किया जा रहा है और हमारे पूर्वजों की कुर्बानियों को नजरअंदाज किया जा रहा है तो ऐसे समय में हमको अपने अपने पूर्वजों के इतिहास को दोहराते रहना चाहिए अल्पसंख्यक कांग्रेस इसी कड़ी में अपने सभी महानुभाव की पुण्यतिथि पर कार्यक्रम का आयोजन करके उनके योगदान और कार्यों को समाज के बीच पेश करती रहेगी
कार्यक्रम का संचालन अरशद आज़मी ने किया इस अवसर पर प्रभारी प्रशासन दिनेश कुमार सिंह, ओबेदुल्ला नासिर शाहनवाज खान, हमाम वाहिद, अख्तर मालिक बदरे आलम, नदीमुद्दीन, नावेद नकवी अनीस अख्तर मोदी सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष अजय राय जी ने कहा कि आज ऐसे समय में जब तत्कालीन सरकार हमारे पूर्वजों के इतिहास मिटाने पर तुली हुई है, हम एक विद्वान और इतिहासकार को याद करके के संदेश देना चाहते हैं कि कांग्रेस देश महानुभावो के दिखाए हुए रास्ते पर चलती रहेगी जिस प्रकार से मालवीय जी ने विश्वविद्यालय का निर्माण किया इस प्रकार अल्लामा शिब्ली ने कई शैक्षिक संस्थान का निर्माण किया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर उमैर मंजर ने कहा अल्लामा शिबली का जन्म 1857 में आजमगढ़ में हुआ उन्होंने साहित्य, इतिहास, भाषा, शिक्षा, और समाज के क्षेत्र में बड़ा कार्य किया है आज उनको याद करना ही हमारे लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इस अवसर पर मौलाना जावेद अख्तर ने कहा अल्लामा शिब्ली उर्दू फारसी, हिंदी के जानकार थे उनकी प्रख्यात पुस्तक अल मामून, अल फारूक, और सीरत उन नबी है।
गोष्टी को संबोधित करते हुए शाहनवाज आलम ने कहा आज समय इतिहास को याद करने का है जिस प्रकार से ऐतिहासिक तथ्यों का दुरुपयोग किया जा रहा है और हमारे पूर्वजों की कुर्बानियों को नजरअंदाज किया जा रहा है तो ऐसे समय में हमको अपने अपने पूर्वजों के इतिहास को दोहराते रहना चाहिए अल्पसंख्यक कांग्रेस इसी कड़ी में अपने सभी महानुभाव की पुण्यतिथि पर कार्यक्रम का आयोजन करके उनके योगदान और कार्यों को समाज के बीच पेश करती रहेगी
कार्यक्रम का संचालन अरशद आज़मी ने किया इस अवसर पर प्रभारी प्रशासन दिनेश कुमार सिंह, ओबेदुल्ला नासिर शाहनवाज खान, हमाम वाहिद, अख्तर मालिक बदरे आलम, नदीमुद्दीन, नावेद नकवी अनीस अख्तर मोदी सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे
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