सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

फिलिस्तीन के विरोधी वही हैं जो जातिगत जनगणना के भी विरोधी हैं- शाहनवाज़ आलम





लखनऊ, 16 अक्तूबर 2023। अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने कहा है कि 1948 से पहले दुनिया के नक़्शे पर इज़राइल नाम का कोई देश नहीं था। दूसरे विश्व युद्ध के बाद ब्रिटेन ने अपने फिलिस्तीनी उपनिवेश की ज़मीन पर बाहर से बुलाकर यहूदियों को बसाया था। इसीलिए दो-चार उपनिवेशवादी
देशों को छोड़कर भारत समेत पूरी दुनिया फिलिस्तीन के स्वतंत्र देश के बतौर स्थापना का समर्थन करती है। वहीं भारत पर ब्रिटिश शासन का समर्थन करने वाले और दूसरे विश्वयुद्ध में उसके लिए सैनिक भर्ती का अभियान चलाने वाले आरएसएस से जुड़े लोग ही इज़राइल का समर्थन करते हैं।

कांग्रेस मुख्यालय से जारी प्रेस विज्ञप्ति में शाहनवाज़ आलम ने कहा कि भारत जैसा कोई भी देश जो ख़ुद दो सौ साल तक उपनिवेशवाद से लड़ता रहा हो वो इज़राइली उपनिवेशवाद का समर्थन नहीं कर सकता। भाजपा और संघ इज़राइल का समर्थन करके देश की उपनिवेशवाद विरोधी गौरवशाली इतिहास को कलंकित करते हैं। 

शाहनवाज़ आलम ने कहा की भारत ने अपने इसी उपनिवेशवाद विरोधी स्टैंड के तहत 1947 में संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा फिलिस्तीन की ज़मीन पर यहूदियों के बसाए जाने के लिए लाए गए प्रस्ताव का विरोध किया था। वहीं 1993 में हुए ओस्लो समझौते को भी भारत ने मान्यता देते हुए फिलिस्तीन और इज़राइल के सहअस्तित्व को स्वीकार किया था। हमारी विदेश नीति इसी समझौते से संचालित होती रही है। 

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के अंदर ऐसी कई खबरें सामने आई हैं जहाँ फिलिस्तीन के पक्ष में पोस्ट लिखने पर आरएसएस से जुड़े लोगों की शिकायत पर पुलिस दो समुदायों के बीच द्वेष बढ़ाने की धारा में मुकदमा भी लिख रही है। ऐसे में प्रदेश सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वो भारत के परंपरागत स्टैंड से पीछे हट गयी है और अगर ऐसा है तो विदेश मंत्रालय ने फिलिस्तीन के स्वंत्र राज्य की स्थापना के समर्थन में अपना बयान क्यों दिया?  क्या योगी सरकार विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के खिलाफ़ भी मुकदमा दर्ज करेगी? 

शाहनवाज़ आलम ने कहा कि संघ हमेशा से कमज़ोरों के खिलाफ़ हिंसा करने वालों के साथ खड़ा होता रहा है। हेडगेवार और बीएस मुंजे ने इसी विचार के तहत हिटलर द्वारा यहूदियों के जनसंहार का समर्थन किया था और अब यहूदियों द्वारा फिलिस्तीनी जनता के जनसंहार का समर्थन कर रहा है। देश समझ रहा है कि जो लोग इज़राइल के समर्थन में हैं वही लोग मणिपुर पर चुप रहते हैं और जातिगत जनगणना और दलितों-पिछड़ों के आरक्षण का भी विरोध करते हैं। वही लोग महिला आरक्षण में पिछड़ों के कोटा के भी विरोधी हैं और गाँवों में अंबेडकर जी की मूर्तियाँ भी यही लोग तोड़ते हैं। 


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

इंडिया गठबंधन की सफलता में अल्पसंख्यकों की सबसे बड़ी भूमिका- शाहनवाज़ आलम

  लखनऊ, 12 जून 2024 . लोकसभा चुनाव में भले जीत एनडीए की हुई हो लेकिन राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी को देश ने नेता माना है. इंडिया गठबंधन को मिली सफलता में अल्पसंख्यक समुदाय खासकर मुस्लिम समुदाय का सबसे बड़ा रोल है जिसे अल्पसंख्यक कांग्रेस ने अंजाम दिया. ये बातें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने अल्पसंख्यक कांग्रेस द्वारा आयोजित आभार और चुनाव समीक्षा बैठक में कहीं. बैठक को संबोधित करते हुए अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने कहा कि अल्पसंख्यक वर्ग के साथ दलित, पिछड़े और अति पिछड़े वर्गों ने राहुल और प्रियंका गाँधी के सामाजिक न्याय, सीएए- एनआरसी विरोधी स्टैंड, जातिगत जनगणना, आरक्षण पर लगे 50 प्रतिशत की पाबंदी को हटाने के लिए किये गए वादों से प्रभावित होकर वोट दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस इन तबकों के सवालों पर लगातार संघर्ष करती रहेगी.  शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सीएसडीएस के आंकड़ों से यह साबित हुआ है कि पूरे देश में मुसलमान, दलित और पिछड़े कांग्रेस के मुख्य बेस वोटर रहे. वहीं कथित ऊँची जातियों का 70 प्रतिशत वोट भाजपा को गया. इस सवर्ण वोट बैंक को कां...

इफ्तार पार्टियों का आयोजन लगातार जारी।

  सीकर-राजस्थान।        जनपद मे माहे रमजान शुरू होने के साथ ही अनेक सामाजिक व शेक्षणिक संस्थाओं के अलावा व्यक्तिगत लोगो द्वारा इफ्तार का आयोजन का सीलसीला जारी है।    इस सीलसीले के तहत सीकर शहर मे आज इतवार को सीकर में पंचायत शेखावाटी लीलगरान और युवा कमेटी की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सय्यदा मस्जिद फतेहपुर रोड़ भैरुपुरा कच्चा रास्ता सीकर में किया गया। ,जिसमे सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी,इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज पढ़ी गई।