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शेखावाटी जनपद मे भाजपा की पहली सूची मे अधीकांश जगह कमजोर प्रत्याशी माने जा रहे है।

 


                ।अशफाक कायमखानी।
सीकर।
           भाजपा ने राज्य मे कुल इकतालीस उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की जिसमे चार जिले वाले  शेखावाटी जनपद मे उम्मीदवार भी घोषित किये है। इस सूची मे कमोबेश भाजपा के अधीकांश उम्मीदवार सम्भावित कांग्रेस उम्मीदवारों के मुकाबले कमजोर माने जा रहे है। फिर भी 2018 के विधानसभा चुनाव मे जनपद की कुल इक्कीस सीटो मे से मात्र तीन सीट भाजपा जीत पाई थी जो अब 2018 के मुकाबले 2023 के चुनाव मे उसके मुकाबले अधिक सीट जरूर जीत सकती है। 
                 क्षेत्र की लक्ष्मनगढ सीट पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा का मुकाबला पूर्व केन्द्रीय मंत्री भाजपा उम्मीदवार सुभाष महरिया से होगा। जिसमे सुभाष महरिया का पलड़ा वर्तमान समय मे कुछ भारी नजर आ रहा है। इनके मुकाबले दांतारामगढ़ क्षेत्र मे कांग्रेस के सम्भावित उम्मीदवार वर्तमान विधायक वीरेन्द्र सिंह के मुकाबले भाजपा उम्मीदवार गजानंद कुमावत को कमजोर एवं फतेहपुर मे भाजपा उम्मीदवार के घोषित होने के साथ अन्य दावेदारों द्वारा बगावत का झंडा बूलंद होने के भाजपा उम्मीदवार श्रवण चोधरी को कमजोर माना जा रहा है।
                 इसी तरह मंडावा से भाजपा ने सांसद नरेन्द्र कुमार को उम्मीदवार घोषित किया है। पर उनके साथ एक दो दावेदारों को छोड़कर बाकी अन्य उम्मीदवार साथ नही आ रहे है। वो प्लानिंग मे लगे हुये है। झूंझुनू से बबलू चोधरी कांग्रेस सम्भावित उम्मीदवार मंत्री विजेंदर ओला के सामने बोने एवं नवलगढ़ से कांग्रेस विधायक व सम्भावित उम्मीदवार डा.राजकुमार के सामने भाजपा उम्मीदवार विक्रम जाखल कमजोर माने जारे है। वही उदयपुर वाटी से भाजपा उम्मीदवार शुभकरण चोधरी मजबूत उम्मीदवार माने जा रहे है। पहले कांग्रेस फिर निर्दलीय व अब सुजानगढ़ से भाजपा उम्मीदवार बनी संतोष मेघवाल को भी अच्छा उम्मीदवार बताया जा रहा है।
                   कुल मिलाकर यह है कि शेखावाटी जनपद की कुल 21-सीट मे से 2018 के चुनाव मे भाजपा ने मात्र तीन सीट पाई थी। अब कुछ बढ सकती है। लेकिन भाजपा के घोषित उम्मीदवारों पर नजर डाले तो 2018 के मुकाबले भाजपा कुछ संख्या बढा सकती है पर दोनो दलो मे फासला अधिक रहेगा।

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