शेखावाटी के कायमखानी समुदाय के युवा कांग्रेस-भाजपा के अतिरिक्त अन्य दलो से चुनाव लड़ने मे दिलचस्पी दिखा रहे है।
।अशफाक कायमखानी।
सीकर।
मुख्य रुप मे शेखावाटी जनपद व डीडवाना-कुचामन जिले
मे मुस्लिम समुदाय की कायमखानी बिरादरी मूल रुप से निवास करती है। इस
बिरादरी से स्वतंत्र पार्टी, जनता पार्टी व कांग्रेस-भाजपा से विधायक रह
चुके है। इसके अतिरिक्त केप्टन अय्यूब खा झूंझुनू लोकसभा से कांग्रेस की
तरफ से दो दफा सांसद भी रह चुके है। अब दो महीने मे होने वाले विधानसभा
चुनाव मे इसी क्षेत्र के अनेक कायमखानी युवा कांग्रेस-भाजपा को छोड़कर अन्य
दलो से चुनाव लड़ने मे गहरी दिलचस्पी दिखा रहे है।
सीकर विधानसभा से पूर्व प्रधान उसमान खा माकपा की टिकट पर
चुनाव लड़ने का ऐहलान करके धुआंधार प्रचार कर रहे है। उसमान खा ने 2-अक्टूबर
को विशाल कार्यकर्ता सम्मेलन माकपा प्रदेश सचिव पूर्व विधायक अमरा राम के
नेतृत्व मे रखकर प्रचार को ऊंचाई देने जा रहे है। इसी तरह लाडनू से रालोपा
की टिकट पर लड़ रहे नियाज मोहम्मद खान का सीकर जिले की सिंगरावट गावं से
लेकर सुदरासन-चोलूखां होते हुये लाडनूं विधानसभा क्षेत्र के अनेक गावो से
होते हुये लाडनू पहुंचने तक 30-सितंबर को जगह जगह भारी जनसमूह द्वारा भव्य
स्वगत समारोह आयोजित हुये है। सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम
ने अबतक प्रदेश से दो सीटो पर उम्मीदवारों की घोषणा की है जिनमे फतेहपुर
शेखावाटी से ऐडवोकेट जावेद खान को उम्मीदवार बनाया है। वही लाडनू से हाजी
हफीज खान भी एआईएमआईएम की टिकट पाने की कोशिश मे है। आम आदमी पार्टी के
नैता तैयब मेहराब खान को फतेहपुर से उम्मीदवार मानकर चला जा रहा है।
इस जनपद के फतेहपुर से स्वतंत्र पार्टी व जनता पार्टी से
एक एक दफा आलम अली खा, चूरु से कांग्रेस टिकट पर भालू खा व हमीदा बैगम एक
एक दफा, फतेहपुर से भंवरु खा कांग्रेस की टिकट पर तीन दफा व डीडवाना से
भाजपा की टिकट पर यूनुस खा दो दफा विधायक बन चुके है। रमजान खा भाजपा की
टिकट पर अजमेर के पुष्कर से विधायक रहे थे। वर्तमान विधानसभा मे फतेहपुर से
हाकम अली खा कांग्रेस टिकट पर विधायक चुने हुये है।
. कुल मिलाकर यह है कि कांग्रेस-भाजपा को छोड़कर
रालोपा-बसपा-आप-एआईएमआईएम सहित अन्य दलो के उम्मीदवारों की सूचियां आना
बाकी है। जिनमे कायमखानी समुदाय के कतार मे लगे अनेक युवाओं के नाम बतौर
उम्मीदवार आना बाकी है। यह सबकुछ युवाओं मे प्रदेश के मुख्य प्रमुख दो दल
कांग्रेस-भाजपा के प्रति उदासीनता होना भी दर्शाता हैः
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