मम्मन खान को जानबूझ कर फंसाया है खट्टर सरकार ने
इलाहाबाद,
24 सितंबर 2023। मुस्लिम जन प्रतिनिधियों को अपमानित करने और फ़र्ज़ी
मुकदमों में फंसाकर जेल भेजने का एक मात्र मकसद मुस्लिम समाज का राजनीतिक
मनोबल गिराना और उनके नेतृत्व को कमज़ोर करना है। ये बातें अल्पसंख्यक
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने आज साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम
की 115 वीं कड़ी में कहीं।
शाहनवाज़
आलम ने कहा कि मुसलमानों में राजनीतिक परिपक्वता बढ़ रही है जिनकी आबादी
उत्तर प्रदेश में 20 प्रतिशत है। भाजपा को डर है कि यह प्रक्रिया चलती रही
तो मुसलमानों में राजनीतिक नेतृत्व विकसित हो जाएगा। इसीलिए उनका मनोबल
तोड़ने के लिए मुस्लिम सांसदों और विधायकों को टार्गेट किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुस्लिम विधायक मम्मन खान को खट्टर सरकार ने
जानबूझ कर फंसाया है। जबकि हरियाणा हाई कोर्ट ने अपनी टिप्पणी में नूह में
मुस्लिम समुदाय के घरों के तोड़े जाने की तुलना नस्लीय सफाए से की थी।
शाहनवाज़
आलम ने कहा कि कांग्रेस के अलावा अन्य पार्टियां टूटे हुए मनोबल वाले
मुस्लिम समाज को ही अपने हित में समझती हैं। क्योंकि वो अपनी आबादी की
संख्या के हिसाब से अपनी हिस्सेदारी की बात नहीं कर पाते हैं। इसीलिए अपने
मुस्लिम नेताओं के उत्पीड़न को ऐसी पार्टियां मुद्दा भी नहीं बनातीं।
उन्होंने
कहा कि भाजपा की इस साज़िश को नाकाम करने और मुस्लिम नेतृत्व विकसित करने
का एक ही तरीका है कि 20 प्रतिशत वोट बैंक वाला मुस्लिम समुदाय पूरी तरह
कांग्रेस के साथ आ जाए जो कभी बिहार, असम, राजस्थान, पोंडीचेरी, महाराष्ट्र
और बिहार में मुख्यमन्त्री बनाया करती थी।
टिप्पणियाँ