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जमीअत उलमा ओडिशा का प्रतिनिधिमंडल पीड़ितों की मदद में जुटा, कटक के सिविल अस्पताल में घायलों से मुलाकात की




नई दिल्ली,  :
जमीअत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी ने ओडिशा के बालासोर में हुई भीषण रेल दुर्घटना पर गहरा दुख और चिंता व्यक्त की है और सरकार का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि दुर्घटना के कारणों की पूरी ईमानदारी से जांच कराई जाए और जो भी कमियां हैं, उन्हें सुधारा जाए। इसके साथ ही उन्होंने अपील की जो लोग घायल हैं, उनके बेहतर इलाज की व्यवस्था की जाए। मौलाना मदनी ने इस अवसर पर मृतकों के परिवारों के साथ एकजुटता और संवेदना व्यक्त की है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की है।
 

इस दौरान जमीअत उलमा ओडिशा के पदाधिकारी पीड़ितों की हर संभव सहायता कर रहे हैं और घायलों को अस्पताल तक पहुंचाने की प्रक्रिया में सहयोग कर रहे हैं। जमीअत उलमा का एक प्रतिनिधिमंडल कटक के सिविल अस्पताल में उपस्थित है, जहां इस समय लगभग दो सौ मरीजों का इलाज चल रहा है और घायलों के आने का सिलसिला जारी है। दुर्घटना स्थल से लोगों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए जमीअत की तरफ से और एंबुलेंस उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।
 

जमीअत उलमा ओडिशा के महासचिव मौलाना अकरम तकी ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल ने कटक अस्पताल में घायलों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। यह घटना बहुत दुखद है, कई लोग तो अस्पताल में हैं, लेकिन अपने साथी रिश्तेदार की जिंदगी के बारे में उन्हें कुछ पता नहीं है। इसके अतिरिक्त जमीअत का एक प्रतिनिधिमंडल घटना स्थल पर भी पहुंचा है। अस्पताल में जमीअत उलमा ओडिशा के महासचिव के अलावा मुफ्ती फैजुल बारी, सचिव जमीअत उलेमा खोर्धा जिला, हाफिज फखरुद्दीन मोहतमिम मदरसा फैजुल कुरान, मौलाना साद गज़ाली क़ासमी, जनाब शकील इत्यादि मौजूद हैं। जमीअत उलेमा हिंद के महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन क़ासमी प्रदेश जमीअत के पदाधिकारियों से लगातार संपर्क में हैं।

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