तालिम की रोशनी से जगमगाने के लिये शेखावाटी के मुस्लिम परिवार सरकार को जमीन दान करने मे लगे हुये है। फतेहपुर की दानदाता फहमीदा व चूरू के हनीफ खान की सभी तरफ तारीफ हो रही है।

 
               ।अशफाक कायमखानी।
जयपुर।

              हालही मे धन्ना सेठ बने अडानी-अम्बानी के साथ टाटा ग्रुप को छोड़कर अधीकांश उधोगपति (सेठ)  लोग राजस्थान के शेखावाटी जनपद से तालूक रखते है। जिन्होंने अपने उधोग चाहे क्षेत्र से बाहर लगाये हो लेकिन उन्होंने अपने खर्चे पर जनपद मे शैक्षणिक संस्थान गावं-शहर मे कायम करके मिट्टी का फर्ज हमेशा निभाया। उन्हीं की तरह चाहे कम पर शेखावाटी के कुछ मुस्लिम परिवार जो दिशावर व विदेश मे रहकर भी जनहित मे जनपद मे शैक्षणिक संस्थान कायम करके तालीम की रोशनी बिखेरने मे कोई कमी नही रखी है। कुछ मुस्लिम परिवारों ने तो इससे बढकर नये साल मे सरकार को शेक्षणिक संस्थान कायम करने के लिये निशुल्क जमीन दान करके एक बेहतरीन मिशाल कायम की है।
                     राज्य सरकार द्वारा शेखावाटी जनपद के सीकर जिले के फतेहपुर कस्बे मे राजकीय कन्या महाविद्यालय खोलने की घोषणा करने पर वहां भवन निर्माण के लिये जमीन का टोटा पड़ा तो इलाके के दाऊद पिनारा परिवार आगे आया। परिवार की फहमीदा पिनारा ने अपने लिये रख रखी बेशकीमती जमीन को गलर्स एजुकेशनल के लिये दान करने का फैसला करके करोड़ों की सोलाह बीघा जमीन को सरकार को निशुल्क दान करने का फैसला करके नये साल की शुरुआत मे दानपत्र रजिस्ट्रेड करवा कर सरकार को सोंप दी है। इसी तरह जनपद के चूरू जिला मुख्यालय के हनीफ खान नसवाण ने अपनी बेशकीमती बारह बीघा जमीन राजकीय बालिका आवासीय विधालय के लिये दान कर दी है। इसके अलावा सीकर जिला मुख्यालय पर वाहिद चोहान द्वारा एक्सीलेंस गलर्स स्कूल व कालेज बनाकर सालो तक अंग्रेजी माध्यम से निशुल्क शिक्षा देते आ रहे है।
              शेखावाटी जनपद के मूलनिवासी  बिड़ला, बजाज, पोद्दार, खेतान, रुईया, मोदी, गोयनका, रूंगटा, बांगड़, तोदी, सेकसरिया, सोभासरिया, सिंघानिया, सोमानी, सहित अनेक उधोगपतियो ने आजादी के काफी पहले से जनपद मे शैक्षणिक संस्थान कायम किये थे। जो आज भी किसी ना किसी रुप मे जारी है। उधोगपतियों के अलावा विभिन्न समाजो की तरफ से भी जगह जगह शेक्षणिक संस्थान कायम किये गये जहां सभी लोगो के लिये शिक्षा पाने के द्वार खुले रहे।
                   कुल मिलाकर यह है कि हाल ही मे सरकार को शैक्षणिक संस्थान कायम करने के लिये जमीन दान करने वाली फहमीदा दाऊद पिनारा व हनीफ नसवाण की चारो तरफ तारीफ हो रही है। शेखावाटी जनपद मे शैक्षणिक माहोल व शैक्षणिक स्तर अन्य क्षेत्रो से काफी बेहतर होने के कारण विश्व भर मे यहां को लोग विभिन्न क्षेत्र मे प्रतिनिधित्व करते देखे जा रहे है। मुस्लिम गलर्स एजुकेशन का स्तर भी अन्य जगहों के मुकाबले यहां का काफी अच्छा है।


 

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