गोमतीनगर स्थित आईआईएलएम अकैडमी आफ हायर लर्निंग के चार दिवसीय 14वें वार्षिकोत्सव जी 2022 को विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताओं के सेमीफाइनल एवं फाइनल मुकाबले खेले गए जिसमें शहर के 35 से ज्यादा स्नातक स्नातकोत्तर एवं प्रबंध संस्थानों के छात्रों ने अपनी प्रतिभा का भरपूर प्रदर्शन किया
खेलकूद में भाग लेने वाले प्रतिभागियों का उत्साह एवं जोश देखने योग्य था हर प्रतिभागी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करके पदक हथियाने को आतुर दिख रहा था प्रतिभागियों के समर्थक अपनी टीम का मनोबल बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे थे जिन प्रतिभागियों ने जीत दर्ज की उनका उल्लास शिखर पर था जिन्हें हार मिली वह निराश तो जरूर थे परंतु उन्हें संतुष्टि थी कि उन्होंने अपना भरपूर प्रयास किया खिलाड़ियों ने खेल भावना का भरपूर प्रदर्शन किया जो प्रशंसनीय है खेलकूद प्रतियोगिताओं के संपन्न होने के उपरांत पुरस्कार वितरित किए जिसके साथ जेल 2022 का प्रथम चरण पूरा हो गया कार्यक्रम का अंतिम चरण सांस्कृतिक कार्यक्रम पर आधारित है जिसमें इनक्विजिटिव सिंगिंग ओपन माइक फैशनिस्टा रंगोली डांस आदि आयोजित की जाएगी
कार्यक्रम का अंतिम चरण दिनांक 11 या 12 अप्रैल 2022 को संस्थान परिसर में आयोजित किया जाएगा इस वर्ष जील 2022 के पूर्व आयोजकों ने ब्रांड किंग तनिष्क शुभम कंस्ट्रक्शन संजीवनी हॉस्पिटल क्रीम बेल आइसक्रीम भूख का बीक्यू आदि प्रमुख हैं
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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