जाजोद की हीना खान ने सीए बनकर युवा पीढी को अलग फील्ड मे जाने की राह दिखाई।



   जाजोद गावं की बहु परवीन व हीना के अतिरिक्त बेटी डा.जुहेर से बहिनें सबक ले सकती है।
               ।अशफाक कायमखानी।
जयपुर।

            राजस्थान के देहाती परिवेश मे रहने वाले मुस्लिम समुदाय की कायमखानी बिरादरी की बेटियों के अतिरिक्त बहुओं ने भी तालीम की ताकत पर फौज-प्रशासनिक-न्यायिक सेवा सहित अनेक अलग अलग फील्ड मे आला मुकाम हासिल करके अपने बहन-भाइयों को आगे बढकर कुछ कर पाने की तरफ उत्साहित कर रही है।
                सीकर जिले के लक्ष्मनगढ-सालासर रोड़ स्थित गावं जाजोद के नामी कायमखानी परिवार के मरहूम मास्टर नजीर की पोत्रवधु व शारिरिक शिक्षक इदरीस खान की पूत्रवधु हीना खान ने जयपुर मे हास्टल मे रहकर कोचिंग लेकर हाल ही मे सीए की डीग्री पाकर अलग तरह के फील्ड मे जाजोद का नाम रोशन किया है। हीना से पहले जाजोद गावं की बहु परवीन बानो ने राजस्थान न्यायिक सेवा मे चयनित होकर गावं का गौरव बढाया था। शादी पढाई मे अड़चन ना बनने की तरह उक्त दोनो बहुओ की तरह गावं की बेटी जुहेर खान ने शादी के बाद मेडिकल की पढाई करके चिकित्सक बनकर नाम कमाया है। जो जयपुर रहकर सेवा दे रही है।
           झूंझुनू जिले के भीवंसर गावं की बेटी हाल ही मे सीए बनी हीना के पति मोहसिन खान ने सिविल मे बी.टेक किया है। जो मुकाबलाती परीक्षा की तैयारी कर रहे है। जबकि स्वयं हीना  स्नातक करने के बाद जयपुर मे हास्टल मे रहकर कोचिंग ले रही थी। तब ससुराल पक्ष की तरफ से उन्हें भरपूर सहयोग मिल रहा था।
                   खासतौर पर शेखावाटी जनपद मे रहने वाले कायमखानी बिरादरी मे महिला शिक्षा को पहले वालदेन व फिर ससूराल पक्ष की तरफ से बढाने व तालीम की ताकत पर कुछ मुकाम पाने के लिये पूरा सहयोग दिया जाता है।
             कायमखानी बिरादरी की बेटी व बहुओ ने तालीम की ताकत पर सरकारी सेवा मे अपना मुकाम पाकर यह साबित किया है कि कुछ पाने के लिये केवल होंसला व मेहनत चाहिए। शादी व गरीबी किसी भी रुप मे बाधा नही बनती है। चूरु की बहु व जाबासर की बेटी तसनीम खान ने पहले न्यायिक सेवा मे चयनित होकर एक राह दिखाई। जिस पर जाजोद की बहु परवीन बानो, राणासर गावं की बहु यासमीन खान व सुजानगढ़ की बहु सना खान एवं बेसवा की बहु रेशमा खान ने चलते हुये न्यायिक सेवा मे चयनित होकर आज जज के रुप मे सेवा दे रही है।
               डीडवाना के छोटी बेरी गावं की बेटी असलम खान IPS भारतीय पुलिस सेवा की अधिकारी, झूंझुनू जिले के नुआ गावं की इशरत खान ने आर्मी मे व जाबासर गावं की रुकसार खान ने भारतीय जल सेना व हनुमानगढ़ की बेटी शाहीन खान ने एयरफोर्स मे कमीशन पाया है। इसी तरह नुआ गावं की बेटी फराह हुसैन आईआरएस है।जबकि राणासर की बेटी रेशमा खान का हालहि मे राजस्थान इंजीनियरिंग सेवा मे व राणासर की ही बेटी डा.जुबैदा खान का उदयपुर के मेडिकल कालेज एसोसिएट प्रोफेसर पद पर चयन हुवा है। जबकि कायमखानी बिरादरी की बहु सरिता खान एडीजे, मोनिका जैलसेवा मे डीआईजी व रश्मि पहाड़ियान IAS भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी है।
                कुल मिलाकर यह है कि राजस्थान मे देहाती परिवेश मे रहने वाली मुस्लिम समुदाय की कायमखानी बिरादरी की बेटियां व बहु चिकित्सक-इंजीनियर व शिक्षक बडी तादाद मे पीछले कुछ सालो से बन रही है।अब जाकर आला मुकाम वाली विभिन्न तरह की सरकारी सेवा की अधिकारी भी बन रही है। एवं बनने के लिये जयपुर-दिल्ली मे होस्टल मे रहकर कोचिंग पा रही है। बिरादरी मे महिला शिक्षा की तरफ रुझान कुछ हदतक तो पहले से था। लेकिन एक दशक से तेज गति के साथ बढ रहा है

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