गवर्नमेंट स्कूल के प्रधानाध्यापक को हनी ट्रैप में फंसा कर छह लाख की मांग करने के आरोप में दंपति समेत तीन गिरफ्तार

       ।अशफाक कायमखानी।

नागौर ।
जिला पुलिस ने हनी ट्रैप के मामले में त्वरित कार्रवाई कर गवर्नमेंट स्कूल के प्रधानाध्यापक को हनी ट्रैप के मामले में फसाकर बंधक बनाने एवं परिजनों से 6 लाख रुपयों की फिरौती मांगने के मामले में दंपति समेत तीन जनों को गिरफ्तार कर बंधक बनाए पीड़ित को सकुशल रिहा करा लिया।
      नागौर एसपी राममूर्ति जोशी ने बताया कि शनिवार को इंदिरा कॉलोनी कुचामन सिटी निवासी जयपाल मेघवाल ने कॉल कर थाने पर सूचना दी कि उसके पिता छिददी सिंह को किसी ने बंधक बना लिया है और 6 लाख रुपयों की मांग कर रहे हैं। सूचना पर सीओ कुचामन सिटी संजीव कटेवा, थानाधिकारी कुचामन सिटी हनुमान चौधरी, थाना नावां शहर के हेड कांस्टेबल शम्भु सिंह व क्यूआरटी के हेड कांस्टेबल शिव भगवान मय जाब्ता के गांव मीठड़ी पहुंचे। जहां शिकायतकर्ता जयपाल मेघवाल व उसके साथ पूर्व सरपंच लोकेंद्र सिंह मिले। जिन्होंने बताया कि अपहरण कर्ताओं ने 3 लाख नगद व तीन लाख का चेक लेकर उन्हें उलाणा गांव से बवली रोड पर बुलाया है।
      इस पर पुलिस टीम मोबाइल नंबरों की लोकेशन लेकर बवली रोड पर स्थित जंगल पहुंची। जहां से बंधक बनाए गए पीड़ित छिददी सिंह एवं आरोपी दंपति गणपत बावरी पुत्र किशना राम (45) व पप्पू देवी उर्फ पप्पूडी (35) निवासी गांव खारड़िया थाना नावा शहर एवं उनके साथी हनुमान राम गुर्जर पुत्र भोलू राम (44) निवासी उलाणा थाना नावां शहर को दस्तयाब कर थाने में लेकर आये।
     मूलत नदबई जिला भरतपुर निवासी हाल प्रधानाध्यापक राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बरियालनाडा भावता पीड़ित छिददी सिंह (51) ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि उसे पप्पूड़ी देवी ने फोन कर खेत में बुलाया था। जहां उसके कपड़े जबरन उतरवा कर हनुमान गुर्जर व गणपत राम ने पप्पूडी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में अपने मोबाइल से फोटो ले लिए। बाद में मारपीट कर डराया धमकाया और उसी के फोन से बेटे को फोन कर 6 लाख रुपयों की मांग की। दस्तयाब किए गए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर किया गया। जिनसे सीओ संजीव कटेवा व टीम द्वारा पूछताछ की जा रही है।

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