जयपुर: राजस्थान में वैश्विक महामारी कोरोना का कहर बढ़ने लगा है और बुधवार को 13 हजार से अधिक नये मामलों के साथ 12 और मरीजों की मौत हो गई जबकि सक्रिय मरीज 75 हजार के पास पहुंच गए।
चिकित्सा विभाग के अनुसार
प्रदेश में 13 हजार 398 नये मामले सामने आये और इनमें पिछले चौबीस घंटों में 3687 की वृद्धि हुई है। इससे सक्रिय मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 74 हजार 561 पहुंच गया। प्रदेश में आज जयपुर में तीन एवं जोधपुर एवं बीकानेर में दो-दो तथा अलवर, दौसा, अजमेर, कोटा एवं सीकर में एक-एक मरीज की और मृत्यु हो जाने से इससे कोरोना मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 9031 हो गया वहीं जयपुर में इसके मृतकों की संख्या बढ़कर 1993, जोधपुर में 1110, बीकानेर में 550, कोटा में 451, अजमेर में 413, सीकर में 340, अलवर में 312, दौसा में 65 पहुंच गई।
नये मामलों में जयपुर जिले में 3310, अलवर में 1244, जोधपुर में 1212, उदयपुर में 876, अजमेर में 587, चित्तौड़गढ़ में 568, कोटा में 429 नये मामले सामने आए जबकि शेष जिलों में इससे कम ही नये मामले सामने आए। इस दौरान सबसे कम 17 नये मामले जालोर में सामने आए।
इससे राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर अब तक दस लाख 70 हजार चार हो गई। प्रदेश में 8213 मरीजों के और स्वस्थ होने से अब तक नौ लाख 86 हजार 412 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
प्रदेश में सक्रिय मरीजों में सर्वाधिक 20 हजार 829 सक्रिय मरीज जयपुर में है। इसके अलावा जोधपुर मे 5284, अलवर में 6657, उदयपुर में 4518, अजमेर में 2500, बीकानेर में 3016, कोटा में 3145, भीलवाड़ा में 1924, भरतपुर में 3181, बाड़मेर में 2316, चित्तौड़गढ़ में 1878,
सीकर 1552, सवाईमाधोपुर में 1489, हनुमानगढ़ में 1730, पाली में 2552 एवं गंगानगर में 1121 तथा शेष जिलों में इससे कम सक्रिय मरीज हैं।
राज्य में कोरोना जांच के लिए अब तक एक करोड़ 72 लाख 45 हजार 406 लोगों के नमूने लिए गए।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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