सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

राजस्थान वक्फ बोर्ड अध्यक्ष का चुनाव 17-जनवरी को जयपुर मे होगा। डा.खानू खान का अध्यक्ष बनना लगभग तय बताते है।

 


                ।अशफाक कायमखानी।
जयपुर।

             राजस्थान के सदस्यों मे अनेक दिग्गज लोगो की शमूलियत के बावजूद निर्वाचन अधिकारी जिला कलेक्टर जयपुर के द्वारा घोषित चुनाव कार्यक्रम के अनुसार 17-जनवरी को अध्यक्ष के होने वाले चुनावों मे पूर्व अध्यक्ष डा. खानू खान का निर्विरोध अध्यक्ष बनना लगभग तय माना जा रहा है।
           वक्फभूमि की सम्भाल व जायदाद से प्राप्त आमदनी से वैलफेयर के काम करने के लिये राज्य स्तर पर गठित होने वाले वक्फ बोर्ड के अन्य सदस्यों के निर्वाचन के बाद सरकार स्तर पर मनोनीत होने वाले चार सदस्यों के मनोनयन के बाद अब चुनाव अधिकारी द्वारा घोषित कार्यक्रम के मुताबिक बोर्ड को अध्यक्ष मिलने का रास्ता साफ हो गया है। जिसमे सरकार द्वारा  खानू खान सहित चार सदस्यों का मनोनयन सरकार द्वारा किया गया है।
               किसी भी तरह से महिलाओं के निर्वाचित होने के चलते एक महिला व एक शीया तबके से सदस्य होने की अनिवार्यता के चलते सरकार द्वारा मनोनीत चार सदस्यों मे महिला के तौर पर रेशमा खान, शीया प्रतिनिधि के तौर पर डा.राणा जैदी, सेवारत प्रशासनिक अधिकारी के तौर पर असलम शेर खान व सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर डा. खानू के मनोनयन के बाद कुल नो सदस्यो का पूर्ण बोर्ड बन चुका है। चुनाव अधिकारी जयपुर जिला कलेक्टर द्वारा अध्यक्ष के चुनाव का कार्यक्रम घोषित कर दिया गया है।
          पूर्ण बोर्ड के गठन के सदस्यों के तौर पर विधायक कोटे से विधायक रफीक खान, सांसद/पूर्व सांसद कोटे से अश्क अली टांक, बार कोंसिल कोटे से शाहिद हसन पहले ही निर्विरोध चुने जा चुके है। वही मुतवल्ली कोटे से शब्बीर शेख व मोहम्मद यूसुफ मतदान के बाद निर्वाचित हो चुके है।
        बोर्ड सदस्यों मे खास बात यह भी देखने को आई है कि खानू खान पूर्व मे कुछ समय के लिये बोर्ड अध्यक्ष रह चुके है। अश्क अली टांक पूर्व विधायक व राज्यसभा के सदस्य व राज्य मे मंत्री रह चुके है। पूर्व बोर्ड अध्यक्ष व मंत्री रहने के बाद राजस्व बोर्ड के सदस्य के मार्फत हाईकोर्ट जस्टिस रहे जस्टिस फारुक हसन के बेटे शाहीद हसन वर्तमान मे राजस्थान बार कोंसिल के सदस्य होने के तौर पर बोर्ड सदस्य निर्वाचित हुये है। यह बार कोंसिल के चेयरमैन भी रहे है। प्रोफेसर राणा जैदी पहले भी बोर्ड सदस्य रहने के साथ इनके ससूर प्रोफेसर मोहम्मद अली जैदी भी बोर्ड के सदस्य रह चुके है। डा.राणा जैदी के पति हैदर अली जैदी वर्तमान मे डीआईजी पुलिस कमिश्नरेट जयपुर के अलावा मुख्यमंत्री विजिलेंस मे पदस्थापित भारतीय पुलिस सेवा के सीनियर अधिकारी है।
              कुल मिलाकर यह है कि डा. खानू खान मुस्लिम समुदाय की कायमखानी बिरादरी से तालूक रखते है। इनके अलावा दो कायमखानी व्यक्तियों को भी जल्द राज्य स्तरीय राजनीतिक नियुक्ति मिलने की सम्भावना बताते है।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

इफ्तार पार्टियों का आयोजन लगातार जारी।

  सीकर-राजस्थान।        जनपद मे माहे रमजान शुरू होने के साथ ही अनेक सामाजिक व शेक्षणिक संस्थाओं के अलावा व्यक्तिगत लोगो द्वारा इफ्तार का आयोजन का सीलसीला जारी है।    इस सीलसीले के तहत सीकर शहर मे आज इतवार को सीकर में पंचायत शेखावाटी लीलगरान और युवा कमेटी की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सय्यदा मस्जिद फतेहपुर रोड़ भैरुपुरा कच्चा रास्ता सीकर में किया गया। ,जिसमे सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी,इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज पढ़ी गई।

सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले मुस्लिम विरोधी हिंसक तत्वों का मनोबल बढ़ाने वाले हैं- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 9 मार्च 202 5. न्यायालयों द्वारा पिछले कुछ दिनों से दिए गए विवादित फैसलों से यह संदेश जा रहा है कि मई में आने वाले सुप्रीम कोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश पर आरएसएस और भाजपा अपने सांप्रदायिक एजेंडे के पक्ष में दबाव डालने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. सेकुलर सियासी दलों और नागरिक समाज को इन मुद्दों पर मुखर होने की ज़रूरत है. ये बातें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव शाहनवाज़ आलम ने साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 185 वीं कड़ी में कहीं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जज का किसी को मियां तियाँ और पाकिस्तानी कहने को अपराध नहीं मानना साबित करता है कि सुप्रीम कोर्ट के कुछ जज मुस्लिम विरोधी हिंसा में हिंसक तत्वों द्वारा प्रतुक्त होने वाली इन टिप्पणियों को एक तरह से वैधता देने की कोशिश कर रहे हैं. इस फैसले के बाद ऐसे तत्वों का न सिर्फ़ मनोबल बढ़ेगा बल्कि वो इसे एक ढाल की तरह इस्तेमाल करेंगे और पुलिस में शिकायत दर्ज कराने जाने वाले पीड़ित मुस्लिमों का मुकदमा भी पुलिस नहीं लिखेगी. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि इससे पहले भी मस्जिद के अंदर जबरन घुसकर जय श्री राम के ना...