शेखावाटी जनपद मे लगातार होते घरेलू गैस हादसो से सबक लेने को कोई तैयार नही! - गैस कम्पनी व सरकार मुवावजा देने मे ढील बरत रही है।


              
जयपुर।
।अशफाक कायमखानी।
                प्रदेश भर मे घरेलू गैस सिलेंडर के आग पकड़ने की घटनाओं की लगातार आती खबरो के मध्य शेखावाटी जनपद मे हो रहे घरेलू गैस हादसे से लगता है कि कम्पनी व उपभोक्ता कोई सबक लेने को तैयार नही है। हादसे के बाद सरकार व कम्पनी भी मृत लोगो के परिजनों व प्रभावित लोगो को समय पर मुवावजा देनै मे फिसड्डी साबित हो रहे है।
            इसी महीने 17-अगस्त को मण्डावा कस्बे मे गैस सिलेंडर के आग पकड़ने से झूलसे अख्तर लीलगर की कल मृत्यु हो गई। इसी हादसे मे झूलसे मृतक के भाई शौकत की भी इलाज के दौरान अस्पताल मे मौत हो चुकी है। इस हादसे मे माफिया बानो, शोकत, अख्तर, रशीदा, शोयल, शाहरुख आग से झूलस गये थे। जिनमे से अबतक दो की मौत व अन्य गम्भीर रुप से घायल है।
            मण्डावा की तरह इसी महीने 6-अगस्त को सीकर शहर के बिसायतियान मोहल्ले मे एक घर मे घरेलू गैस हादसा होने पर अबतक तीन लोगो की मौत हो चुकी है।इनमे जमील, मदीना, व समीना की अबतक मौत हो चुकी है। इसके अतिरिक्त 2-नवम्बर 2018 को सीकर शहर मे तहसील भवन के पास मकबूल लीलगर के परीवार मे घरेलू रसोई गैस हादसे मे तीन लोगो की मोत हो चुकी है। फरवरी-2021 मे सीकर शहर के कुरेशी क्वार्टर मे हुये गैस हादसे मे 13 लोग झूलसे जिनमे से 8 लोगो की मौत हुई थी।
            कुल मिलाकर यह है कि उपभोक्ताओं व गैस कम्पनियों की लापरवाही से शेखावाटी जनपद मे होते लगातार घरेलू गैस हादसे मे लोग अपनी जान गवां रहे है। लेकिन हादसो से कोई भी सबक लेने को तैयार नही है। प्रभावित लोगो को जटिलताओं के चलते सरकार व कम्पनियों की तरफ से अवल तो मुवावजा मिलता नही है। अगरथोड़ा बहुत कुछ मिलता भी है तो इतनी देर हो जाती है। जिससे उसका महत्व कम हो जाता है।

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