लखनऊ पब्लिक स्कूल्स एंड कॉलेजेस के संस्थापक प्रबंधक डॉक्टर एसपी सिंह ने अपने डायरेक्टर्स और प्रिंसिपल्स के साथ मीटिंग करके स्कूलों को 16 अगस्त से शासन के निर्देशानुसार खोलने के लिए तैयारियों की समीक्षा की और निर्देश दिए l उन्होंने कहा कि कोविड-19 प्रोटोकॉल के दृष्टिगत भौतिक रूप से कक्षाओं का संचालन कराया जाएगा l विद्यालयों को दो पालियों में क्रमशः प्रातः 8:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक एवं दोपहर 12:30 बजे से 4:30 बजे तक संचालित किया जाएगा l कक्षा 9, 10 ,11 ,12 के प्रत्येक पाली में 50% छात्रों को ही बुलाया जाएगा l विद्यालयों को पूरी तरह से समय-समय पर सैनिटाइज कराया जाता रहा है, कोविड 19 प्रोटोकाल सम्बन्धी नियमों को स्टैंडी पर एल. पी. एस. की सभी शाखाओं में लगाया जा रहा है|
विद्यालय मैं हैंड सैनिटाइजर, थर्मल स्कैनिंग ,पल्स ऑक्सीमीटर आदि पहले से ही उपलब्ध करा दिए गए हैं l सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क आदि का उपयोग पूर्ण रूप से किया जाएगा l बच्चों एवं शिक्षकों के स्वास्थ्य सुरक्षा के मानकों का पूर्ण रूप से अनुपालन किया जाएगा l
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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