जयपुर। राजधानी के करधनी पुलिसथाना क्षेत्र में सोमवार सुबह राजस्थान प्रशासनिक सेवा के एक अधिकारी (RAS) ने सोमवार को ट्रेन के आगे कूदकर अपना जीवन समाप्त कर लिया है। मौके पर स्थानीय नागरिकों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी।
घटना की सूचना पाकर पुलिस व प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे है। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला।पुलिस से मिली जानकारी अनुसार राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी मोहन सिंह चारण (53), निवासी वैशालीनगर जोकि महिला एंव बाल विकास विभाग, गांधीनगर, जयपुर में कार्यरत थे।इस दौरान उनकी जेब से सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें मानसिक अवसाद में होने और उनकी मौत के बाद किसी को भी परेशान नही करने की बात लिखी है।
करधनी पुलिसथानाधिकारी राजेश बाफना ने बताया कि राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी मोहन सिंह चारण का शव सुबह करीब 08ः30 बजे कनकपुरा रेलवे फाटक के पास मिला। जिसकी सूचना स्थानीय नागरिकों से मिली। मौके पर रेलवे ट्रेक के पास एक कार खड़ी मिली है।पुलिस इसके रजिस्ट्रेशन नंबरों के आधार व ड्राइविंग लाइसेंस से पुलिस ने शव की पहचान कर परिजनों को इसकी सूचना दी। इस सूचना पर उनका बेटा अश्विनी कुमार चारण व अन्य लोग मौके पर पहुंचे।पुलिस के अधिकारी इसकी जांच कर रहे है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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