।अशफाक कायमखानी।
जयपुर 01 जून। नागौर पुलिस द्वारा रविवार को स्मैक तस्करी करते रंगे हाथों पकड़े गये कांस्टेबल को पाली एसपी कालूराम रावत ने सोमवार को निलंबित कर दिया है। गौरतलब है कि रविवार को नागौर जिले की थाना थांवला पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान एक स्विफ्ट डिजायर कार में सवार 04 जनों को 201 ग्राम स्मैक ओर ढाई लाख रुपये सहित हिरासत में लिया था।
स्विफ्ट डिजायर कार मे सवार 4 व्यक्ति शिशपाल विश्नोई निवासी भेड, राकेश विश्नोई निवासी रोटू, हीरालाल विश्नोई निवासी कवलीसर तथा रविन्द्र विश्नोई निवासी दुगोली जिला नागौर हैं। जिन्हें 201 ग्राम स्मैक व नकद रुपयों के साथ गिरफ्तार कर एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा पुलिस थाना थांवला पर दर्ज किया गया। इन गिरफ्तार व्यक्तियो मे शामिल रविन्द्र विश्नोई पुत्र भंवरलाल पाली पुलिस में कानिस्टेबल है। जिसे पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत द्वारा आपराधिक संलिप्तता के आधार पर तुरन्त प्रभाव से निलम्बित किया कर निलम्बन काल मे मुख्यालय पुलिस लाईन पाली निर्धारित किया गया है।
ज्ञातव्य रहे कि विगतकाल में पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत द्वारा आपराधिक संलिप्तता के आधार पर एक उप निरीक्षक पुलिस एवं दो कानिस्टेबलों को राज्य सेवा से बर्खास्त किया गया था।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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