सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

मशहूर उधोगपति एव भामाशाह रफीक क़ुरैशी ने भादरा के सरकारी अस्पताल के कोराना वार्ड को गोद लिया।

 


                 ।अशफाक कायमखानी।
     भादरा (हनुमानगढ़-राजस्थान)।

                  राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले की भादरा कस्बे की  नगरपालिका के पूर्व चैयरमैन मरहूम हाजी दाऊद खाँ क़ुरैशी के पुत्र मशहूर उद्योगपति एव भामाशाह HMD फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रफीक क़ुरैशी ने आज भादरा के उपखण्ड अधिकारी जयसिंह खीचड़ व तहसीलदार जय कौशिक एवं अस्पताल प्रशासन से मिलकर सरकारी अस्पताल के कोविड वार्ड को गोद लेकर विकसित करने का ऐतिहासिक फैसला लिया।
               भामाशाह रफीक क़ुरैशी ने कोरोना जैसी महामारी को देखते हुऐ सरकारी अस्पताल के कोराना वार्ड को गोद लेकर उसे विकसित करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है और उसमें अतिरिक्त ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था, ICU बेड की व्यवस्था, ऑक्सीजन की व्यवस्था और मरीजो के लिए खाने पीने की सम्पूर्ण व्यवस्था करने का ऐतिहासिक फैसला लिया है इसके अलावा उन्होंने अपने 2000 स्क्वायर फुट में बने भवन में 15 कमरे ओर एक बड़े हॉल को भी कोरोना सेंटर बनाने का निर्णय लिया है।


             इस दौरान उपखण्ड अधिकारी जयसिंह खीचड़ तहसीलदार जय कौशिक ओर अस्पताल प्रशासन ने भामाशाह रफीक क़ुरैशी के इस ऐतिहासिक फैसले का स्वागत किया
              कुल मिलाकर यह है कि जब महामारी तांडव करके लोगो को मौत के आगोस मे लेते हुये चारो तरफ भय का माहोल बनाती है तो उसी भय के माहोल मे कुछ लोग फरिस्ते बनकर उभर कर आते है जो लोगो की मदद की हर तरह से मदद करके डर के माहोल से लोगो को निकालने की भरसक प्रयत्न करते है। जिनकी कोशिश मे पाक परवरदिगार की रजा भी शामिल होती है। ऐसे राजस्थान मे लोगो के लिये भादरा मे रफीक कुरेशी फरिस्ता बनकर उभरे है।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

इफ्तार पार्टियों का आयोजन लगातार जारी।

  सीकर-राजस्थान।        जनपद मे माहे रमजान शुरू होने के साथ ही अनेक सामाजिक व शेक्षणिक संस्थाओं के अलावा व्यक्तिगत लोगो द्वारा इफ्तार का आयोजन का सीलसीला जारी है।    इस सीलसीले के तहत सीकर शहर मे आज इतवार को सीकर में पंचायत शेखावाटी लीलगरान और युवा कमेटी की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सय्यदा मस्जिद फतेहपुर रोड़ भैरुपुरा कच्चा रास्ता सीकर में किया गया। ,जिसमे सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी,इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज पढ़ी गई।

सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले मुस्लिम विरोधी हिंसक तत्वों का मनोबल बढ़ाने वाले हैं- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 9 मार्च 202 5. न्यायालयों द्वारा पिछले कुछ दिनों से दिए गए विवादित फैसलों से यह संदेश जा रहा है कि मई में आने वाले सुप्रीम कोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश पर आरएसएस और भाजपा अपने सांप्रदायिक एजेंडे के पक्ष में दबाव डालने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. सेकुलर सियासी दलों और नागरिक समाज को इन मुद्दों पर मुखर होने की ज़रूरत है. ये बातें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव शाहनवाज़ आलम ने साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 185 वीं कड़ी में कहीं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जज का किसी को मियां तियाँ और पाकिस्तानी कहने को अपराध नहीं मानना साबित करता है कि सुप्रीम कोर्ट के कुछ जज मुस्लिम विरोधी हिंसा में हिंसक तत्वों द्वारा प्रतुक्त होने वाली इन टिप्पणियों को एक तरह से वैधता देने की कोशिश कर रहे हैं. इस फैसले के बाद ऐसे तत्वों का न सिर्फ़ मनोबल बढ़ेगा बल्कि वो इसे एक ढाल की तरह इस्तेमाल करेंगे और पुलिस में शिकायत दर्ज कराने जाने वाले पीड़ित मुस्लिमों का मुकदमा भी पुलिस नहीं लिखेगी. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि इससे पहले भी मस्जिद के अंदर जबरन घुसकर जय श्री राम के ना...