सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

सीकर जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने तीसरी लहर की रोकथाम के लिए अभी से पुख्ता प्रबंध करने को कहा।

 
 



      ।अशफाक कायमखानी।
सीकर।

            जिला प्रशासन की ओर से कोविड-19 की तीसरी लहर की रोकथाम व नियंत्रण के लिए पुख्ता प्रबंध करने पर जोर दिया जा रहा। साथ ही घर-घर सर्वे के दौरान जन्मजात बीमारियों व सर्दी, खांसी, जुकाम व बुखार से पीड़ित बच्चों की सेहत पर भी पैनी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।
जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने मंगलवार को राजीव गांधी सेवा केंद्र से वीडियों कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से इस संबंध में सभी ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर में संक्रमितों की संख्या प्रतिदिन कम हो रही हैं और अब स्थिति नियंत्रण में है। यह सभी की मेहनत से हो पाया है। अब तीसरे लहर की नियंत्रण व रोकथाम की दिशा में कार्य किया जाना है। इसके लिए घर-घर सर्वे के दौरान कोरोना वायरस से गंभीर रूप से संक्रमित हुए व्यक्तियों के साथ-साथ बच्चों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना है।
जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने बताया कि चिकित्सा विभाग की ओर से प्रत्येक गुरूवार को एमसीएचएन दिवस मनाया जाता है और गर्भवती महिलाओं व बच्चों का टीकाकरण किया जाता है। इस दिन बच्चों की भी स्क्रीनिंग की जाए। साथ ही आरबीएसके तहत कार्यरत टीमों के माध्यम से जन्मजात बीमारियों व विकृतियों से ग्रसित बच्चों की जो सूची प्रत्येक ब्लॉक स्तर पर बनाई गई, उन बच्चों की पुनः स्क्रीनिंग करवाने के निर्देश दिए। वहीं बच्चों को दी जाने वाली दवाइयों के भी किट बनाने और फिल्ड व ब्लॉक स्तर पर उपलब्ध बच्चों की दवाईयों का आंकलन करने के निर्देश दिए।
प्राइवेट अस्पतालों में कार्यरत शिशु  रोग विशेषज्ञ की लेंवे जानकारी
जिला कलेक्टर ने कहा कि तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने की आशंका को देखते हुए अभी से रिसोर्स का आंकलन करने के निर्देश दिए। इसके लिए जिले के प्राइवेट हॉस्पिटल में कार्यरत शिशु रोग विशेषज्ञों की भी सूची ब्लॉक से बनाकर जिला स्तर पर भिजवाएं, ताकि जरूरत पडने पर उनकी सेवाएं भी ली जा सके। साथ ही ऎसे अस्पताल जिनमें बच्चों के आईसीयू की व्यवस्थाएं हैं, उनकी भी जानकारी एकत्रित करने के निर्देश दिए।
पालनहार योजना के आवेदन भरवाएं
जिला कलेक्टर ने कोविड-19 के संक्रमण से जिन बच्चों के माता-पिता दोनों की या पिता की मृत्यु हुई है, उनको पालनहार योजना में जोड़ा जाएगा। इसके लिए ऎसे 18 साल से कम आयु के बच्चों की सूचना भिजवाने के साथ ही उनके आवेदन करवाने के निर्देश दिए। इसके लिए उन्होंने सभी उपखण्ड अधिकारियों, विकास अधिकारी व समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि योजना की जानकारी देने के साथ ऎसे बच्चों के आवेदन पत्र पूर्ण रूप से भरवाएं। जिला कलेक्टर ने पंचायत वार इस श्रेणी के बच्चों के आवेदन तैयार करवाने के निर्देश दिए।
सीएचसी, पीएचसी की ओपीडी में आने वाले बच्चों की स्क्रीनिंग करें
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अजय चौधरी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की ओपीडी में बीमारियों से पीडित होकर आने वाली बच्चों की स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 12 साल से कम आयु के बच्चों की सेहत पर नजर रखने के साथ किसी में कोविड के लक्षण है या नहीं उसका विशेष ध्यान रखा जाएं। जरूरत पडे़ तो सैम्पलिंग भी करवाएं। सितम्बर माह में बरसात के साथ मौसमी बीमारियों के साथ अन्य रोगों के भी फैलने की आशंका रहती है। इसलिए अभी से सभी जरूरी व्यवस्थाएं पूर्ण करने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने सभी बीसीएमओ फोरसी सेंटर के लिए स्थानों का चयन करने के निर्देश दिए। वहीं एमसीएचएन दिवस पर आंगनबाडी केंद्रों पर टीकाकरण के लिए आने वाले बच्चों की स्क्रीनिंग करने और उनके स्वास्थ्य की नियमित जांच करने के निर्देश दिए। वहीं बच्चों को दिए जाने वाले दवाइयों के किट में पर्ची भी रखने और दवा लेने के तरीकों की जानकारी सर्वे टीम द्वारा देने के निर्देश दिए। साथ सर्वे के कार्य में संबंधित आंगनबाडी केंद्र की कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनियों का भी सहयोग लेने के निर्देश दिए।
प्रशिक्षित स्टॉफ व आरबीएसके टीमों को रिओरियंट करें
जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ निर्मल सिंह ने बताया कि सांस कार्यक्रम के तहत जिलेभर के चयनित नर्सिंग कर्मियों व निमोनिया प्रबंधन के बारे में प्रशिक्षित किया गया है। बच्चों में निमोनिया व आईएलआई लक्षण नजर आने पर प्रशिक्षित स्टॉफ की आवश्यकता रहेगी। इसके लिए सेक्टर मीटिंग में एएनएम व अन्य प्रशिक्षित कार्मिकों व आरबीएसके की टीमों को अभी से सचेत करते हुए रिओरियन्ट करें। बच्चों की अभी से स्क्रीनिंग शुरू करवाए जाने पर जोर दिया।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर धारासिंह मीणा, एसडीएम सीकर गरिमा लाटा, धोद मिथलेश कुमार, तहसीलदार रजनी यादव, सीएमएचओ डॉ.अजय चौधरी, पीएमओ डॉ. अशोक चौधरी, उप निदेशक आईसीडीएस सुमन पारीक, एडीईओ राकेश तेतरवाल, रामचन्द्र खींचड़, संयुक्त निदेशक सूचना प्रौद्योगिकी विभाग एस.एन. चौहान सहित संबंधित विभागीय  अधिकारी व कार्मिक मौजूद थे।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

इफ्तार पार्टियों का आयोजन लगातार जारी।

  सीकर-राजस्थान।        जनपद मे माहे रमजान शुरू होने के साथ ही अनेक सामाजिक व शेक्षणिक संस्थाओं के अलावा व्यक्तिगत लोगो द्वारा इफ्तार का आयोजन का सीलसीला जारी है।    इस सीलसीले के तहत सीकर शहर मे आज इतवार को सीकर में पंचायत शेखावाटी लीलगरान और युवा कमेटी की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सय्यदा मस्जिद फतेहपुर रोड़ भैरुपुरा कच्चा रास्ता सीकर में किया गया। ,जिसमे सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी,इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज पढ़ी गई।

सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले मुस्लिम विरोधी हिंसक तत्वों का मनोबल बढ़ाने वाले हैं- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 9 मार्च 202 5. न्यायालयों द्वारा पिछले कुछ दिनों से दिए गए विवादित फैसलों से यह संदेश जा रहा है कि मई में आने वाले सुप्रीम कोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश पर आरएसएस और भाजपा अपने सांप्रदायिक एजेंडे के पक्ष में दबाव डालने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. सेकुलर सियासी दलों और नागरिक समाज को इन मुद्दों पर मुखर होने की ज़रूरत है. ये बातें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव शाहनवाज़ आलम ने साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 185 वीं कड़ी में कहीं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जज का किसी को मियां तियाँ और पाकिस्तानी कहने को अपराध नहीं मानना साबित करता है कि सुप्रीम कोर्ट के कुछ जज मुस्लिम विरोधी हिंसा में हिंसक तत्वों द्वारा प्रतुक्त होने वाली इन टिप्पणियों को एक तरह से वैधता देने की कोशिश कर रहे हैं. इस फैसले के बाद ऐसे तत्वों का न सिर्फ़ मनोबल बढ़ेगा बल्कि वो इसे एक ढाल की तरह इस्तेमाल करेंगे और पुलिस में शिकायत दर्ज कराने जाने वाले पीड़ित मुस्लिमों का मुकदमा भी पुलिस नहीं लिखेगी. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि इससे पहले भी मस्जिद के अंदर जबरन घुसकर जय श्री राम के ना...