झूंझुनू मुस्लिम वेलफेयर फ्रंट ने सामूहिक विवाह सम्मेलन कराने का निर्णय लिया। - सामाजिक कार्यकर्ता तहसीन कुरैशी को तालीम फंड और सामूहिक विवाह सम्मेलन की जिम्मेदारी सोंपी।
।अशफाक कायमखानी।
झूंझुनू (राजस्थान)।
झूंझुनू जिला मुख्यालय स्थित थ्री डॉट्स चिल्ड्रंस एकेडमी के कांफ्रेंस हॉल में क्षेत्र की नामी गिरामी व रजल्ट ओरिएंटल बेस सामाजिक संस्था झूंझुनू मुस्लिम वेलफेयर फ्रंट की महत्वपूर्ण मीटिंग इंजीनियर इब्राहिम खान की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें मुस्लिम प्रतिभा सम्मान समारोह के संबंध में चर्चा कर निर्णय लिया गया कि कोरोना महामारी के मद्देनजर इस वर्ष यह समारोह आयोजित नहीं किया जाएगा तथा अगले वर्ष दोनों सालों की प्रतिभाओं को एक साथ समारोह पूर्वक सम्मानित किया जाएगा। बैठक में गरीब और जरूरतमंद मेघावी एवं प्रतिभाशाली मुस्लिम विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा हेतु आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाने के लिए तालीम और जकात फंड बनाने का निर्णय लिया गया तथा शादियों में फिजूल खर्ची को रोकने, निकाह को आसान करने और गरीब परिवारों के शादी के लायक बच्चे बच्चियों की शादी करवाने के पावन उद्देश्य से सामूहिक विवाह सम्मेलन करवाने का निर्णय लिया गया। तालीम और जकात फंड और सामूहिक विवाह सम्मेलन के लिए एक 21 सदस्य कमेटी तहसीन कुरैशी की अध्यक्षता में सर्वसम्मति से गठित की गई। कमेटी अध्यक्ष तहसीन कुरैशी ने कहा कि जल्द ही कमेटी की बैठक बुलाकर इसकी रूपरेखा तैयार की जाएगी तथा कोरोना महामारी से छुटकारे के तुरंत बाद ही विवाह सम्मेलन आयोजित किया जाएगा।
फ्रंट के अध्यक्ष इब्राहीम खान ने कहा कि तालीम है तो सब मुमकिन है और समाज के किसी भी प्रतिभाशाली बच्चे या बच्ची को पैसे के अभाव में पढ़ाई छोड़ने पर मजबूर नहीं होने देंगे।
इस अवसर पर फ्रंट सचिव अब्दुल मजीद कुरेशी, कोषाध्यक्ष बरकत गहलोत, अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी अनीस खान, इंजीनियर मुमताज अली, मास्टर मुराद खान, नईम इकबाल, एडवोकेट इकबाल खत्री मंडावा, अब्दुल अजीज खान, सददीक खान थानेदार, हाजी लियाकत खान, एडवोकेट अख्तर राइन, इकराम भाटी, खादिम खोकर, आज़म चोपदार, असलम खान मंडावा, हाजी फारूक जमाल खत्री मंडावा, मोहम्मद इकबाल लोहार, अताउर रहमान कुरेशी, हाजी फारुक कुरैशी, आरिफ खान, असगर अली कुरैशी, मोहम्मद जावेद, इस्लाम खुर्रम, मेहमूद अली सैयद पार्षद प्रतिनिधि, जाकिर चौहान, रशीद अहमद, मोहम्मद सलीम कुरेशी, मोहम्मद इकबाल लालपुरिया, अब्दुल्ला चौहान मंडावा, एड. मोहम्मद याकूब, रजब चौहान, बबलू किलानिया, शब्बीर गहलोत, इशाक भाटी, इमतियाज तगाला, मास्टर मोहम्मद सलीम मेहनसर,एड.मोहम्मद नबी खान, नबील बडगूजर, इदरीस खत्री, जमीर आरिफ नवलगढ़, असलम खोकर, तनवीर, मास्टर रफीक पहाडियान आदि बड़ी संख्या में झुंझुनूं शहर और इतराफ के मौअज्जिज साहिबान मौजूद थे।
कुल मिलाकर यह है कि सीकर, चूरु व झूंझुनू जिले के अलावा नागौर के डीडवाना क्षेत्र को शामिल करके कहलाने वाले शेखावाटी जनपद मे कुछ इजी मनी आने से अचानक बने कथित सेठो के मुकाबले युवाओं के सामाजिक संगठन लगातार सामाजिक सुधार के लिये शादी सहित विभिन्न अवसरो पर फिजुल खर्च को रोककर उस बचत को शिक्षा पर खर्च करके बदलाव की बयार बहाने मे कामयाब होते नजर आ रहे है। इस क्षेत्र के मुस्लिम समुदाय का शैक्षणिकव सरकारी सेवा मे जाने का प्रतिशत अन्य क्षेत्रो से अच्छा बताया जाता है। महिला शिक्षा मे तो उक्त क्षेत्र काफी आगे निकल रहा है। यहां की बेटीयाँ भारतीय सिविल सर्विसेज के अलावा आर्मी, नेवी व एयरफोर्स के साथ साथ शेक्षणिक कार्यों मे भी जाने मे कामयाब हो रही है।
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