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14 जिलों में 202 प्लाटों की ई-प्लेटफार्म पर आॅक्शन प्रक्रिया शुरु, छोटे प्लाॅटों के आक्शन से बढेंगे स्थानीय रोजगार के अवसर और राजस्व-प्रमुख सचिव माइंस श्री शर्मा

 
        ।अशफाक कायमखानी।
जयपुर।

            माइंस एवं पेट्रोलियम विभाग के प्रमुख सचिव श्री अजिताभ शर्मा ने बताया है कि माइंस विभाग द्वारा राज्य के खनन पट्टों के आवंटन के लिए 14 जिलों में 202 प्लाॅटों की ई-नीलामी के माध्यम से नीलामी की जाएगी। उन्होंने बताया कि माइंस विभाग द्वारा खनन प्लाॅटों का सृजन कर ई- प्लेटफार्म पर नीलामी और आरसीसी और ईआरसीसी के ठेकों की ई-आॅक्शन से नीलामी प्रक्रिया में तेजी लाकर स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ाने व राजस्व बढ़ोतरी के ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। इससे पहले 131 प्लाटों के आवंटन से 70 करोड़ रु. का राजस्व प्राप्त हो चुका है।
    प्रमुख सचिव माइंस श्री अजिताभ शर्मा ने बताया कि अप्रधान खनिजों के खनन पट्टों की ई-प्लेटफार्म पर नीलामी से आॅक्शन प्रक्रिया में पारदर्शिता, स्वस्थ्य प्रतिस्पर्धा और अधिक राजस्व प्राप्त होने के अवसर उपलब्ध होंगे। उन्होंने बताया कि छोटे-छोटे प्लाॅटों की माइनिंग के आॅक्शन से स्थानीय स्तर पर ही लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रुप से अधिक रोजगार के अवसर सुलभ हो सकेंगे। विभाग द्वारा 14 जिलों में करीब 310 हैक्टेयर के 202 प्लाॅटों की आॅक्शन प्रक्रिया आरंभ कर दी है।
    श्री शर्मा ने बताया कि ई-नीलामी कार्यक्रम के अनुसार भरतपुर के ककराला(नगर), नांगल और धालौट (पहाड़ी) में मेसेनरी स्टोन के 33 प्लाॅटों, राजसमंद के मचेडिया व अनोपपुरा (देवगढ़) में क्वार्टज, फेल्सपाल व ग्रेनाइट के 34 प्लाॅटों, बूंदी के लाम्बाखोह (तालेड़ा) में सैंड स्टोन व मेसेनरी स्टोन के 52 प्लाॅटों, अजमेर मोरझड़ी (नसीराबाद) व शेरगढ़ (मसूदा) में ग्रेनाइट के 13 प्लाॅटों, भीलवाड़ा के बारेला (आसिंद) में ग्रेनाइट के 6 प्लाॅटों, डूंगरपुर के फलोज व घूघरा (डूंगरपुर) में मेसेनरी स्टोन के 5 प्लाॅटों, जालौर के धवला, खाम्बी (आहोर), इन्द्राना (सिवाना) में ग्रेनाइट के 4 प्लाॅटों, जयपुर के बुचारा (पावटा), दादर नारदपुरा (आमेर), हाथीपुरा, पृथ्वीपुरा (बस्सी) में मेसेनरी स्टोन के 11 प्लाॅटों, सिरोही के इदरला (रेवदर) में ग्रेनाइट के 3 प्लाॅटों, चित्तोडगढ़ के पुरोहितों के सांवता में मेसेनरी स्टोन के एक प्लाॅट, बारां के गोरधनपुरा (किशनगंज) में मेसेनरी स्टोन के 26 प्लाॅटों, सवाई माधोपुर के छकड़ा (बजीरपुर) में मेसेनरी स्टोन के 6 प्लाॅटों, सीकर के दलपतपुरा (नीम का थाना) में मेसेनरी स्टोन के एक प्लाॅट, जालौर के मुलेवा (आहोर), लालजी की डूंगरी (चितलवाना) में मेसेनरी स्टोन के 4 प्लाॅटों के खनन पट्टों की ई-प्लेटफार्म पर नीलामी की जाएगी। डूंगरपुर के फलोज और घूघरा के मेसेनरी स्टोन के 3 प्लाॅट डोमिसाईल शिड्यूल ट्राइब व्यक्तियों के लिए ही आरक्षित रखे गए है। इनकी नीलामी में अन्य केटेगरी के बोलीदाता हिस्सा नहीं ले सकेंगे।
    प्रमुख सचिव श्री अजिताभ शर्मा ने बताया कि भरतपुर, बूंदी और बारां के प्लाॅटों में से दो-दो प्लाॅट एम सेण्ड इकाइयों के लिए आरक्षित किए गए हैं। इनकी नीलामी में एम सेण्ड यूनिट स्थापित करने की पात्रता रखने वाले बोली दाता ही भाग ले सकेंगे। श्री शर्मा ने बताया कि विभाग ने ई-आॅक्शन की पारदर्शी व्यवस्था से राज्य के 202 खनन पट्टों की ई-प्लेट फार्म पर नीलामी के लिए विभागीय वेबसाइट पर विस्तृत जानकारी के साथ ही भारत सरकार द्वारा प्रधान खनिजों के नीलामी के आॅनलाईन एमएसटीसी पोर्टल पर ई-नीलामी की जानकारी उपलब्ध कराई गई है। इससे देश-दुनियां में कहीं से भी कोई भी व्यक्ति इस ई-नीलामी प्रक्रिया में हिस्सा ले सकेगा। उन्होंने बताया कि ई-आॅक्शन में हिस्सा लेने वाले इच्छुक व्यक्तियों को भारत सरकार के पोर्टल पर पंजीयन कराना होगा वहीं पहले से पंजीकृत व्यक्ति, फर्म या कंपनी को दुबारा पंजीयन नहीं कराना होगा।
निदेशक माइंस श्री कुंज बिहारी पण्ड्या ने बताया कि 14 जिलों के 202 खनिज प्लाॅटों की ई-प्लेट फार्म पर नीलामी के लिए विभाग द्वारा 4 मार्च को निविदा सूचना जारी कर दी गई है। उन्होंने बताया कि नीलामी कार्यक्रम व विस्तृत जानकारी विभागीय वेबसाइट के साथ ही भारत सरकार के एमएसटीसी प्लेटफार्म पर देखी जा सकती है।
श्री पण्ड्या ने बताया कि ई-आॅक्शन की कार्यवाही 23 मार्च से 26 मार्च तक वेबसाइट पर दर्शाएं गए कार्यक्रम के अनुसार होगी।

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