सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

किसानों का अपमान बर्दाश्त नहीं होगा - संयुक्त किसान मोर्चा

       ।अशफाक कायमखानी।

 सीकर(राजस्थान)
16 फरवरी-  सीकर सांसद द्वारा प्रेस वार्ता में किसान एवं किसान आंदोलन के प्रति दिए गए  संकीर्ण मानसिकता  वाले ओछे वक्तव्य के प्रत्युत्तर में मंगलवार को  सीकर जिला संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा जाट बोर्डिंग हाउस में रखी गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसान मोर्चा संयोजक पूरणमल सुंडा, गणेश बेरवाल व उस्मान खान ने कहा कि    सांसद द्वारा किसान एवं किसान आंदोलन के प्रति दिए गए वक्तव्य ओछी मानसिकता एवं आंदोलन को तोड़ने वह कमजोर करने की साजिश है ।  यह आंदोलन किसी पार्टी या क्षेत्र विशेष का आंदोलन न होकर पूरे देश के किसानों एवम  36 कोमो के   गरीब तबके, मजदूर व छोटे व्यापारी का आंदोलन है ।   केंद्र सरकार स्वयं किसानों पर काले कानून थोप कर उन्हें आंदोलन करने के लिये मजबूर कर रही है जिसके कारण आज दिल्ली के  बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन में 200 से ज्यादा किसान शहीद हो चुके हैं।   किसान आंदोलन में शहीद हुए शहीद किसानों पर सरकार ने दुख प्रकट करने की बजाय उन्हें अपमानित और बदनाम कर रही है । केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण देश का किसान आत्महत्या के लिए मजबूर हो रहा है । किसानों को बदनाम करने की साजिश देश का किसान बर्दाश्त नहीं करेगा । अलग-अलग हथकंडे अपनाकर सरकार आंदोलन को तोड़ने की कोशिश कर रही है, अब देश का किसान जागरूक और संगठित हो चुका है। किसान विरोधी हर गतिविधि का मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा। जिसने कभी शादी नहीं की   वह अपने वक्तव्य में इस आंदोलन को पति पत्नी के झगड़े की उपमा दे रहा है इससे ज्यादा  संकीर्ण  सोच और मानसिक दिवालियापन हो नहीं सकता ।  पूंजी पतियों की गोद में बैठकर सरकार बेवजह किसानों पर तीनों काले कानून  थोप कर उल्टा उन्हें ही बदनाम करने की ओछी हरकत कर रही है ।
देश के 500 संगठनों के प्रतिनिधियों ने मिलकर 40 लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल तैयार किया था जिस पर अंगुली उठा कर सीधा देश के किसान के सम्मान पर कुठाराघात है।  सीकर सांसद आर्य समाज  जैसे प्रगतिशील संगठन का चोला पहनकर आज आर एस एस की गोद में बैठ कर उन्हीं की भाषा बोल रहा है ।  प्रेस वार्ता में   रतन सिंह पिलानिया, पूर्व विधायक पेमाराम, भारतीय किसान यूनियन जिलाध्यक्ष दिनेश जाखड़, जयंत खीचड़, जसवीर भूकर, सोहन भामू, एडवोकेट  महावीर सिंह जांगू, रामनिरंजन चौधरी,रामचंद्र सुंडा ,बनवारी लाल चौधरी   सहित किसान संगठन के प्रतिनिधि उपस्थित थे ।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

इफ्तार पार्टियों का आयोजन लगातार जारी।

  सीकर-राजस्थान।        जनपद मे माहे रमजान शुरू होने के साथ ही अनेक सामाजिक व शेक्षणिक संस्थाओं के अलावा व्यक्तिगत लोगो द्वारा इफ्तार का आयोजन का सीलसीला जारी है।    इस सीलसीले के तहत सीकर शहर मे आज इतवार को सीकर में पंचायत शेखावाटी लीलगरान और युवा कमेटी की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सय्यदा मस्जिद फतेहपुर रोड़ भैरुपुरा कच्चा रास्ता सीकर में किया गया। ,जिसमे सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी,इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज पढ़ी गई।

सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले मुस्लिम विरोधी हिंसक तत्वों का मनोबल बढ़ाने वाले हैं- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 9 मार्च 202 5. न्यायालयों द्वारा पिछले कुछ दिनों से दिए गए विवादित फैसलों से यह संदेश जा रहा है कि मई में आने वाले सुप्रीम कोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश पर आरएसएस और भाजपा अपने सांप्रदायिक एजेंडे के पक्ष में दबाव डालने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. सेकुलर सियासी दलों और नागरिक समाज को इन मुद्दों पर मुखर होने की ज़रूरत है. ये बातें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव शाहनवाज़ आलम ने साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 185 वीं कड़ी में कहीं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जज का किसी को मियां तियाँ और पाकिस्तानी कहने को अपराध नहीं मानना साबित करता है कि सुप्रीम कोर्ट के कुछ जज मुस्लिम विरोधी हिंसा में हिंसक तत्वों द्वारा प्रतुक्त होने वाली इन टिप्पणियों को एक तरह से वैधता देने की कोशिश कर रहे हैं. इस फैसले के बाद ऐसे तत्वों का न सिर्फ़ मनोबल बढ़ेगा बल्कि वो इसे एक ढाल की तरह इस्तेमाल करेंगे और पुलिस में शिकायत दर्ज कराने जाने वाले पीड़ित मुस्लिमों का मुकदमा भी पुलिस नहीं लिखेगी. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि इससे पहले भी मस्जिद के अंदर जबरन घुसकर जय श्री राम के ना...