किसान महापंचायतों के बहाने कांग्रेस चारो उपचुनाव को साधना चाह रही है।

 
            ।अशफाक कायमखानी।
जयपुर।

             हालांकि राजस्थान के चार विधानसभा उपचुनावों की तारीखो का अभी तक ऐहलान नही हुवा है। लेकिन आज कल मे कभी भी चुनाव आयोग द्वारा मार्च आखिर मे किसी भी तारीख को चुनाव होने की घोषणा करने की सम्भावना जताई जा रही है। चुनाव आयोग की बंदिशों व बारिकियों को ध्यान मे रखते हुये सत्तारूढ़ दल कांग्रेस द्वारा शेखावाटी की सुजानगढ़ विधानसभा उपचुनाव के लिये उसके नजदीक डूंगरगढ तहसील के धनेरु गावं मे 27 फरवरी को व फिर मेवाड़ की तीनो उपचुनाव वाली  विधानसभा क्षेत्रो के लिये उनसे लगभग समान दूरी के मध्य स्थित चित्तौड़गढ़ जिले के मातृकुण्डिया मे 28 फरवरी को किसान महापंचायत करके उक्त चारो विधानसभा चुनावों को साधने के प्रयास किये जा रहे है।
               डूंगरगढ तहसील के धनेरु गावं मे 27-फरवरी को आयोजित होने वाली किसान महापंचायत मे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रभारी महामंत्री अजय माकन व प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा सहित अनेक नेताओं के सम्बोधित करने का ऐहलान हुवा है। वही मातृकुण्डिया की सभा मे पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलटों को आमंत्रित करने का दवाब आम मतदाताओं की तरफ से होने के बावजूद अभी तक उन्हें ओपचारिक रुप से आमंत्रित करने की पुष्टि नही हुई है। जबकि पायलट समर्थकों ने दावा किया है कि अगर संगठन स्तर पर पायलट को बूलाया जाता है तो वो महापंचायत मे जरूर जायेगे।
               कांग्रेस की उक्त होने वाली दो अलग अलग जगह किसान महापंचायतो के पहले कांग्रेस नेता राहुल गाधी 12 व 13 फरवरी को श्रीगंगानगर, हनुमानगढ, अजमेर व नागौर जिले के दो दिवसीय दौरा करके किसान महापंचायतों को सम्बोधित कर चुके है।जिनमे मुख्यमंत्री गहलोत खेमे द्वारा सचिन पायलट को अलग थलग सा रखा गया था। वही सचिन पायलट अबतक दौसा, बयाना व कोटखावदा मे विशाल किसान महापंचायतों का आयोजन कर चुके है। पायलट खेमे द्वारा आयोजित किसान महापंचायतों मे मुख्यमंत्री गहलोत खेमे के नेताओं ने पूरी तरह दूरी बनाई रखी है।
         होने वाले उपचुनाव मे से तीन सीटो पर कांग्रेस का कब्जा था ओर एक सीट राजसमंद पर भाजपा का कब्जा है। भाजपा प्रभावित मेवाड़ क्षेत्र के उदयपुर जिले के बल्लबगढ़, भीलवाड़ा की सहाड़ा व राजसमंद जिले की राजसमंद के अलावा कांग्रेस प्रभावित शेखावाटी क्षेत्र की सुजानगढ़ विधानसभा के उपचुनाव को साधने के लिये 27 व 28 फरवरी को धनेरु व मातृकुण्डिया मे कांग्रेस द्वारा आयोजित होने वाली किसान महापंचायतो मे सत्ता व संगठन की ताकत के उपयोग के बाद जुटने वाली भीड़ की तादाद के आंकलन के बाद ही कुछ कुछ इशारा मिल पायेगा।

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