एएफटी बार एसोसिएशन में जारी चुनाव प्रक्रिया में अध्यक्ष पद हेतु भानु प्रताप सिंह और विशाल भटनागर, उपाध्यक्ष पद हेतु एस एन द्विवेदी और श्रीमती दीप्ति प्रसाद बाजपेयी, महामंत्री पद हेतु अरुण कुमार साहू और शैलेन्द्र कुमार सिंह, संयुक्त-सचिव पद हेतु अशोक कुमार और धर्मराज सिंह, कोषाध्यक्ष पद हेतु कविता सिंह और श्याम सुंदर बाजपेयी और कार्यकारिणी सदस्य हेतु लालचन्द साहू, विश्वास कुमार, डॉ ज्ञान सिंह, अंकुर सक्सेना, चन्द्र भान, रवि कुमार यादव, शशांक कुमार पाण्डेय, दीपक कुमार और गिरीश तिवारी ने नामांकन किया।
चुनाव अधिकारी व्विजय कुमार पांडेय, आशीष कुमार सिंह, धीरेंद्र कुमार अग्निहोत्री और मनोज अवस्थी ने अपने संयुक्त बयान में कहा कि नामांकन पत्र वापसी कल होगी और बार के सबसे गरीब सदस्य डॉ ज्ञान सिंह चुनाव अधिकारियों की सहायता पर चुनाव लड़ रहे हैं, यह बार में "अंतिम-आदमी" को लोकतांत्रिक प्रक्रिया में शामिल करने का अभूतपूर्व कदम है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
टिप्पणियाँ