जयपुर शहीद स्मारक पर किसान संगठनों ने सभा करके राज्यपाल को ज्ञापन सोंपा। - महरिया ने रैली को सीकर से दिखाई हरी झंडी
।अशफाक कायमखानी।
जयपुर/सीकर।
केन्द्र सरकार द्वारा तीन कृषि कानूनो के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा राजस्थान एवं भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) राजस्थान द्वारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर शनिवार को किसान संगठनों ने जयपुर स्थित शहीद स्मारक पर सभा करके राज्यपाल को ज्ञापन दिया गया |
संयुक्त किसान मोर्चा प्रवक्ता बी एल मील ने बताया कि किसान मोर्चा के राष्ट्रीय आह्वान के अनुसार शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा राजस्थान एवं भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) राजस्थान द्वारा तीनों काले कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर शनिवार को जयपुर स्थित शहीद स्मारक पर रिटायर्ड पुलिस अधीक्षक रामदेव सिंह खैरवा की अध्यक्षता में आयोजित किसान सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने केंद्र सरकार को चेतावनी देकर तीनों काले कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की व कानूनों को वापस न लेने पर आर पार की लड़ाई लड़ने का आह्वान किया | इन तीनों कानूनों से किसानों के साथ साथ-साथ छोटे व्यापारी एवं उपभोक्ता को बहुत ज्यादा नुकशान होना बताया | वक्ताओं ने कहा कि इन कानूनो से निकट भविष्य में सरकारी कृषि मंडियों की प्रासंगिकता शून्य हो जाएगी | बड़ी कंपनियां छोटे किसानों से अनुबंध पर उनकी जमीन लेकर मशीनों के जरिए खेती करवाने से 14 करोड भूमिहीन किसानों व मजदूरों के लिए रोजगार के संकट बढ़ेंगे साथ ही निजी क्षेत्र को असीमित भंडारण की छूट से जमाखोरी और कालाबाजारी बढ़ेगी |
नेताजी सुभाष चंद्र बोस जन्म दिवस पर उपस्थित लोगों ने नेताजी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम का संचालन बी एल मील ने किया |
सभा के पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया के निर्देशन में सीकर से शुरू हुई उक्त किसान संगठन प्रतिनिधियों की रैली को पूर्व विधायक नंदकिशोर महरिया ने फतेहपुर रोड से किसान झंडी दिखाकर रवाना किया। सभा के बाद तीन सदस्य प्रतिनिधिमंडल ने महामहिम राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल को तीनों काले कानून वापिस लेने हेतु ज्ञापन सौंपा |
इस अवसर पर भारतीय किसान यूनियन टिकैत के प्रदेशाध्यक्ष झाबर सिंह घोसल्या, संरक्षक पूरणमल सुंडा, किसान महापंचायत के महामंत्री सुंदर भंवरिया, जिला परिषद सदस्य सोहिनी चौधरी, प्रदेश कांग्रेस कमेटी सचिव फूल सिंह ओला, रतन सिंह पिलानिया, राष्ट्रीय लोक दल के सचिव महेंद्र प्रताप सिंह, जाट महासभा के प्रदेश महासचिव सांवरमल घोसल्या, भारतीय किसान यूनियन के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विद्याधर ओलखा, सुभाष बर्रा चोमूं, रवि बिजारणिया ,करणी सिंह सेवदा ,संजय कृष्णिया, धर्मेंद्र गिठाला ,अब्बास किरडो़ली , मोहन सिंह कालेर बाडलवास, लालाराम बालेसर, भारतीय किसान यूनियन टिकैत के जिलाध्यक्ष इंजीनियर दिनेश सिंह जाखड़, प्रदेश उपाध्यक्ष सुखाराम लुनियास, करौली अध्यक्ष अजय चौधरी, चूरू जिला अध्यक्ष राम रतन सिहाग, नागौर जिला अध्यक्ष सुशील सोगावास, संयोग भंवरिया, सरदार सुखचैन सिंह बठिंडा, प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश डागुर, पूर्व सरपंच भगवानसिंह ,भगवान सहाय भदाला रामपुरा, मोहन मांडिया पूर्व सरपंच, पूर्व पार्षद प्रेम सैनी ,ट्रेड यूनियन के गोविंद पारीक, पूर्व प्रधान चोखाराम बुरड़क, पार्षद प्रेम सैनी ,महेंद्र सुंडा, बलराम नायक, सुभाष नायक काका, कूदन सरपंच प्रतिनिधि सुल्तान सुंडा, सुरेश सामोता, प्रदेश प्रवक्ता माली राम जाट, रामदेव सिंह धायल, जगदीश शेरावत, राजेश वर्मा, मामराज घोसल्या, नानूराम, नेमीचंद मूंड गिरिराज सिंह खंगारोत टोंक सहित अनेक किसान संगठन के प्रतिनिधि उपस्थित थे |
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