टोंक के बाद सीकर दौरे पर आये पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के स्वागत समारोह व सभा मे भारी भीड़ उमड़ने से राजनीतिक हलचल बढी।



              ।अशफाक कायमखानी।
सीकर।

              पूर्वी राजस्थान मे पहले राजेश पायलट व अब उनके पूत्र व  कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट के राजनीतिक प्रभाव के कारण 2018 के विधानसभा चुनाव मे इक्कीस सीट कांग्रेस के खाते मे आने से बढकर सीकर जिले की सभी आठ सीटो पर भाजपा का सफाया करने मे पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुभाष महरिया की अहम मेहनत के कारण पहली दफा आठ मे से सात पर कांग्रेस के नीसान पर व एक पर निर्दलीय विधायक महादेव सिंह के जीतने के कारण राजस्थान मे कांग्रेस की सो सीट आने से प्रदेश मे कांग्रेस सरकार बनने मे प्रमुख कारण राजनीतिक हलको मे माना जा रहा है। पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने इसी हफ्ते अपने निर्वाचन क्षेत्र टोंक के दो दिवसीय दौरा करने के बाद पायलट सीकर जिले के लाम्पुआ गावं मे शहीद महेश मीणा की मूर्ति अनावरण करने आज आये पर रास्ते भर मे जगह जगह उनका स्वागत होने के अलावा आयोजित सभा मे भारी भीड़ जमा होने से राजनीतिक हलकों मे नये तौर पर चर्चा चलने लगी है कि पायलट का प्रभाव केवल पूर्वी राजस्थान मे नही बल्कि उसके अलावा पूरे राजस्थान भर मे जबरदस्त देखने को मिल रहा है। आज के कार्यक्रम मे खास बात यह रही कि कार्यक्रम मे आने की मंजूरी देने के बावजूद मुख्यमंत्री गहलोत के विश्वसनीय माने जाने व सरकार को समर्थन दे रहे स्थानीय विधायक महादेव सिंह खण्डेला व जिले की लक्ष्मनगढ विधानसभा से निर्वाचित विधायक एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा आज के उक्त कार्यक्रम मे शामिल नही हुये। जबकि पायलट समर्थक माने जाने वाले विधायक रमेश मीणा, विधायक मुरारी मीणा , विधायक इंद्राज गुजर, विधायक सूरेश मोदी, विधायक वीरेंद्र सिंह चोधरी सहित अनेक विधायकों ने कार्यक्रम मे पायलट के साथ शिरकत की।
  

             

राजस्थान मे मुख्यमंत्री गहलोत व तत्तकालीन उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट समर्थक विधायकों मे छ महिने पहले खेमेबाजी होने व विवाद बढने की चली डरामे बाजी के बाद सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री व प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने के बाद सचिन पायलट ने सबसे पहले मुख्यमंत्री गहलोत के गृह शहर जोधपुर का दौरा किया तब जयपुर से वाया अजमेर होते हुये जोधपुर सड़क मार्ग से जाते समय जगह जगह भारी भीड़ द्वारा उनका स्वागत करने के साथ साथ जोधपुर मे भारी भीड़ जमा होने से लगने लगा कि जन समर्थन पाने मे सचिन पायलट आज भी राजस्थान मे अवल पायदान वाले नेता है।


           उपमुख्यमंत्री व प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाये जाने के बाद किसी ना किसी रुप मे पायलट राजस्थान भर मे दौरे दर दौरे कर रहे है। जिन दौरे मे उन्हें मिल रहे भारी जन समर्थन व उनके स्वागत समारोह व सभाओ मे अकाल्पनिक रुप से भीड़ जुटने से मुख्यमंत्री गहलोत समर्थक काफी विचलित नजर आ रहे है। पायलट के हो रहे दौरे से गहलोत समर्थक विधायक व नेता तो बराबर दूरी बनाकर चलते नजर आ रहे है लेकिन आम जनता भीड़ मे तादाद के हिसाब से बराबर रिकॉर्ड बनाती नजर आ रही है। पायलट के आज के सीकर दौरे के समय जिले की सीमा सरगोठ पर भारी भीड़ ने विधायकों के नेतृत्व मे उनका स्वागत करके हजारो मोटरसाइकिलो व करीब छ सो गाडिय़ों के काफिले के साथ सभा स्थल लाम्पुआ गावं लेकर आने का अजीब नजारा नजर आया।
             कुल मिलाकर यह है कि पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर व उसके बाद राजस्थान के अन्य हिस्सों मे दौरे करने के बाद आज उनकी जगह बने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एव मुख्यमंत्री गहलोत के खासमखास शिक्षा मंत्री गोविंद डोटासरा के गृह जिले सीकर मे दौरा करने के समय उनके रास्ते मे जगह जगह होने वाले स्वागत समारोह व कार्यक्रम स्थल लाम्पुआ गाव मे होने वाली आमसभा मे अकल्पनीय भारी भीड़ के जमा होने से राजनीतिक हलके मे एक नये रुप से हलचल पैदा करके रख दी है। राजनीति सुत्रों अनुसार पायलट का उक्त दौरो का सीलसीला इसी तरह आगे भी चलते रहने का बताया जा रहा है।


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