ए.एफ.टी. बार एसोसिएशन के रिटर्निंग आफिसर विजय कुमार पाण्डेय ने बार के सदस्य विराट आनंद सिंह और अरुण कुमार साहू को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए 48 घण्टे के अंदर जवाब तलब किया है। मामला यह है कि विराट आनंद सिंह द्वारा सार्वजनिक रूप से सोसल मीडिया पर स्वैच्छिक रूप से स्वीकार किया गया कि उन्होंने बार के कई सदस्यों का बकाया चन्दा स्वयं जमा किया है और उनके साथ अरुण कुमार साहू ने भी ऐसा किया है।
इसका संज्ञान लेते हुए दोनों सदस्यों को कारण बताओ नोटिस जारी की और साक्ष्य के साथ अपना पक्ष रखने को कहा।
बार के प्रवक्ता मनोज कुमार अवस्थी ने कहा कि स्वच्छ और पारदर्शी चुनाव कराना हमारा दायित्व है और इसको गलत तरीके से प्रभावित करने के हर प्रयास के विरुद्ध कठोर कदम उठाए जाएंगे।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
टिप्पणियाँ