नुआ के लाडले व भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी अशफाक हुसैन विश्व प्रसिद्ध अजमेर दरगाह के नाजिम बनाये गये।


जयपुर।
            राजस्थान के झुंझुनूं जिले के नुआ गावं के लाडले व भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी अशफाक हुसैन को अजमेर की नामी दरगाह संत सुफी ख्वाजा मईनुद्दीन चिस्ती का आज नाजिम नियुक्त किया गया है।
           रिटायर्ड आईएएस अशफाक हुसैन इससे पहले भी अजमेर दरगाह के 1997-से 2000 व जुलाई 2014-से अक्टूबर 2016 तक दो दफा नाजिम रह चुके है।
                 अपनी सरकारी सेवाकाल मे अशफाक हुसैन विभिन्न महत्वपूर्ण पदो के अलावा दोसा के जिला कलेक्टर रह चुके है। अशफाक हुसैन के परिवार को अधिकारियों की खान कहा जाता है। अशफाक हुसैन के बडे भाई मरहूम लियाकत अली खान राजस्थान मे आईजी पुलिस रहे है व छोटे भाई जाकीर हुसैन हनुमानगढ़ जिला कलेक्टर के पद पर वर्तमान मे पदस्थापित है। इनका भतीजा राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी शाहीन अली राजस्थान प्रशासनिक सेवा अधिकारी ऐसोसिएशन के अध्यक्ष है। इनकी पुत्री फराह हुसैन आईआरएस है तो दामाद कमर जमन चोधरी भारतीय प्रशासनिक सेवा के राजस्थान केडर मे अधिकारी है। उक्त अधिकारियों के अलावा इनके परिवारजन आर्मी मे भी उच्च अधिकारी है व रहे है।
            कुल मिलाकर यह है कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी अशफाक हुसैन अपनी सरकारी सेवा काल मे कुशल व कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी के तौर पर जाने जाते रहे है। आज उनके विश्व प्रसिद्ध दरगाह अजमेर के नाजिम पद पर नियुक्त होने से भारत भर  मे अच्छा संदेश जाना माना जा रहा है।


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