मुंबई पुलिस का सब इंस्पेक्टर और तीन कांस्टेबल 2 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार
जयपुर , ।अशफाक कायमखानी।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जयपुर की स्पेशल टीम ने मुंबई पुलिस के एक सब इंस्पैक्टर और उसके तीन साथी पुलिस कांस्टेबल को 2 लाख रुपए की रिश्वत लेते मंगलवार देर शाम को गिरफ्तार कर लिया। रिश्वत की यह रकम मुंबई के बोरीवली थाने में दर्ज धोखाधड़ी के एक मुकदमे में कार्रवाई नहीं करने की एवज में मांगी जा रही थी।
एसीबी के डीजी बीएल सोनी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी प्रशांत शिंदे बोरीवली थाना, मुंबई में सबइंस्पेक्टर है। जबकि तीनों आरोपी लक्ष्मण तड़वी, सुभाष पांडुरंग और सचिन गुनगे है। ये तीनों भी बोरीवली थाने में पुलिस कांस्टेबल है। उन्होंने बताया कि जयपुर के रहने वाले एक व्यक्ति ने एसीबी मुख्यालय में शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसमें बताया कि उसके खिलाफ बोरीवली थाना, मुंबई में धोखाधड़ी का एक मुकदमा दर्ज है। इस केस में अनुसंधान अधिकारी सबइंस्पेक्टर प्रशांत अपने तीन साथी पुलिस कांस्टेबलों को लेकर मुंबई से जयपुर पहुंचा था।
यहां उन्होंने केस में आरोपी के मकान मालिक को जबरन उठा लिया। इसके बाद उसके बच्चे से मकान मालिक को छोड़ने की एवज में 5 लाख रुपए की रिश्वत मांगने लगे।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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