ई-ऑक्सन से दिए जाएंगे 111 रॉयल्टी ठेके - दुनिया के किसी भी कोने से इच्छुक ले सकेंगे हिस्सा-एसीएस माइन्स डॉ. अग्रवाल

 


जयपुर, 6 सितंबर। राज्य सरकार ने रॉयल्टी ठेकों की नीलामी प्रक्रिया को निष्पक्ष व पारदर्शी बनाने, छीजत रोकने और अधिक राजस्व प्राप्त करने की कवायद शुरु कर दी है। माइन्स व पेट्रोलियम विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया है कि राज्य में खान विभाग के रॉयल्टी ठेकों की रॉयल्टी कलेक्सडन कॉन्ट्र्क्ट (आरसीसी) और एक्सेस रॉयल्टी कलेक्सन कॉन्ट्र्क्ट (ईआरसीसी) की नीलामी में देश दुनिया में कहीं भी बैठा हुआ व्यक्ति हिस्सा ले सकेगा। विभाग ने पहले चरण में ई-ऑक्सन की पारदर्शी व्यवस्था से राज्य के 111 रॉयल्टी ठेकों के आरसीसी और ईआरसीसी की नीलामी की तैयारी पूरी कर ली है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 111 रॉयल्टी ठेकों के लिए 14 सितम्बर से नीलामी की ई-ऑक्सन प्रक्रिया शुरु हो जाएगी जो 6 अक्टूबर तक जारी रहेगी। एक मोटे अनुमान के अनुसार इन 111 रॉयल्टी ठेकों से एक हजार करोड़ रु. से अधिक के राजस्व की प्राप्ति होगी।
 अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि राज्य सरकार प्रदेश में बजरी सहित अन्य खनिजों से राजस्व छीजत को रोकने के लिए सख्त कदम उठा रही है। 14 सितंबर से राज्य के 111 रॉयल्टी ठेकों की नीलामी प्रक्रिया को पारदर्शी व निष्पक्ष बनाने के लिए भारत सरकार द्वारा प्रधान खनिजों के नीलामी के ऑनलाईन एमएसटीसी पोर्टल पर ई-नीलामी की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि इससे देश-दुनिया में कहीं से भी कोई भी व्यक्ति इस ई-नीलामी प्रक्रिया में हिस्सा ले सकेगा। ई-नीलामी की इस ऑनलाईन व्यवस्था में कोई व्यक्ति या फर्म को खान विभाग में पंजीकृत नहीं होने की स्थिति में भी राशि जमा कराकर नीलामी में हिस्सा लेने का अवसर दिया गया है। इस तरह के इच्छुक बोली लगाने वालों को 15 दिवस में पंजीकरण की कार्यवाही पूरी कर सकेंगे।
 डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि सेंड स्टोन, मार्बल, ग्रेनाइट, मैसेनरी स्टोन, सोप स्टोन, जिप्सम, फेल्सपार आदि की खनन गतिविधियां संचालित हो रही है। उन्होंने बताया कि इनके आरसीसी और ईआरसीसी के ठेकों के लिए केन्द्र सरकार के पोर्टल पर ई ऑक्सन के माध्यम से 14 सितंबर से 6 अक्टूबर तक इच्छुक व्यक्ति हिस्सा ले सकेंगे। 
 एसीएस डॉ. अग्रवाल ने बताया कि आरसीसी व ईआरसीसी के यह ठेके उदयपुर, चुरु, भरतपुर, चित्तोड़गढ़, पाली, बूंदी, सीकर, नागौर, सिरोही, बाड़मेर, कोटा, अजमेर, जयपुर, राजसमंद, जैसलमेर, अलवर, टौंक, जोधपुर, भीलवाड़ा, दौसा, डूंगरपुर, झुन्झुनू, हनुमानगढ़, धौलपुर, जालौर, बीकानेर, जैसलमेर, प्रतापगढ़ और बांसवाड़ा आदि जिलों की खानों के रॉयल्टी संग्रहण के लिए दिए जाएंगे। 
 खान निदेशक श्री केबी पण्ड्या ने बताया कि रॉयल्टी ठेको की नीलामी की पूरी जानकारी विभागीय वेबसाइट पर भी देखी जा सकती है। उन्होंने बताया कि प्रदेश्‍ में करीब 197 रॉयल्टी ठेके दिए जाते हैं। वर्तमान में 51 ठेके प्रभावी है।


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