सीकर मे मल्टी स्टोरी भवन व मार्केट बनाकर उनको रजिस्ट्रड विक्रय पत्र की बजाय नोटेरी पर बेचकर सरकार को राजस्व का चूना लगा रहे है।


सीकर।
             कोविड-19 व लोकडाऊन की वजह से सरकार को राजस्व की होने वाली आमद मे भारी गिरावट हांकी जाने के बावजूद सीकर मे अनेक लोग व्यपारीक व आवासीय भवन बनाकर उसका विक्रय किसी रजिस्टार के यहां डीएलसी दर से रजिस्ट्रेश शुल्क जमा करवा करवाने की बजाय नोटरी पर बेचान करके सरकार को होने वाले राजस्व का चूना लगाया जा रहा है।
            ज्ञात सुत्रोनुसार बताया जा रहा है कि सीकर शहर मे उक्त तरह से राजस्व का चूना लगाने वाले अनेक गिरोह पनप चुके है जो आवासीय व व्यापारीक भवन व दुकानों कै विक्रय पत्र को बीना रजिस्ट्रेशन फीस दिये मात्र नोटरी के ऊपर इकरार नामा (बेचान) करके पीछले एक अर्शे से सरकार को लाखो का हर साला चूना लगा रहे। कुछ जागरूक लोगो ने सरकार को उच्च अधिकारियों को इस बाबत लिखकर अवगत करवाते हुये उचित कार्यवाही करने की अपील की है। ताकि सरकार को राजस्व का चूना लगाने वाले बाज आ सके। साथ ही कुछ जगह तो यह भी देखने मे आया है कि सरकार को राजस्व का चुना लगाने वाले उक्त तरह के लोग बीना किसी तामिरी इजाजत लिये उक्त भवनो का धड़ल्ले से निर्माण करके स्थानीय निकाय विभाग को होने वाली आमद का भी नुकसान कर रहे है।
          कुल मिलाकर यह है कि पीछले एक अर्शे से कुछ लोग बहुमंजिले भवन व मार्केट बनाकर उनको नोटरी के जरिये विक्रय करके सरकार को राजस्व का भारी नुकसान पहुंचाने मे लगे है। सरकार के उच्च अधिकारियों से मांग की गई है कि सीकर मे जारी उक्त गोरखधंधे की व्यापक स्तर पर जांच करवा कर उचित कार्यवाही करे।


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